औरैया। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के ऐरवाकटरा क्षेत्र से शनिवार को अपहृत हुए बच्चे का शव पुलिस ने दिल्ली में चार आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ एक ट्राली बैग में बरामद किया है।
इसके बाद सोमवार सुबह ऐरवाकटरा क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी समेत सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस मुठभेड़ में घायल सभी आरोपियों को इलाज के लिए सीएचसी ऐरवाकटरा में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने सोमवार को बताया कि ऐरवाकटरा क्षेत्र की चौकी एवं गांव उमरैन निवासी सर्राफा व्यवसाई शकील का पुत्र शबहान (11) अपने घर से शनिवार की दोपहर में तीन बजे पड़ोसी व कुछ अन्य के साथ खेलने के लिए निकला था। लेकिन वह रात तक घर नहीं पहुंचा। परिजन बच्चे को रात तक ढूंढते रहे और इसी दौरान बच्चे की गायब होने की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। साथ ही बच्चे के परिजनों से बात की, जिस पर परिजनों ने पड़ोसी रियाज सिद्दीकी उर्फ मुन्ना व उसके कुछ साथियों पर बच्चे को बहला फुसलाकर ले जाने का शक व्यक्त किया। इस पर पुलिस ने पड़ोसी रियाज आदि के मोबाइल नंबर पता किए और उनकी लोकेशन ट्रेस की। इस दौरान हैरान करने वाली बात यह सामने आई कि उक्त नम्बरों का मूवमेंट दिल्ली एनसीआर में दिखा। जिस पर पुलिस को शक हुआ कि यह लोग बच्चे को लेकर यूपी से बाहर गए हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिसके बाद नोएडा, दिल्ली एनसीआर व बुलंदशहर आदि कई जगह पर पुलिस टीम के साथ कोऑर्डिनेशन किया गया। विशेष रूप से डीसीपी नोएडा और उनकी क्राइम टीम के साथ काम किया गया। साथ ही जो मोबाइल नंबर दिल्ली की तरफ मूव हुए उनके लिए डीसीपी आउटर डिस्ट्रिक्ट से बात हुई। जिन्होंने क्राइम इंस्पेक्टर मनोज कुमार के नेतृत्व में अपनी एक टीम बच्चे की खोजबीन में लगा दी।
उन्होंने बताया कि रविवार की शाम लगभग 5 बजे अभियुक्त अवधेश मिश्रा का नंबर ट्रेस हुआ था उसको पकड़ा और पूछताछ की। उसने बताया कि वह बच्चा गाड़ी में है वहां पर उसके तीन साथी दीपक गुप्ता ऐरवाकटरा, जतिन दिवाकर नांगलोई दिल्ली व रवी निहाल विहार दिल्ली भी है। उसकी निशानदेही पर पश्चिम विहार में एक सफेद कलर गाड़ी बरामद की। जिसमें एक चैन खुला नीले रंग का ट्रॉली बैग मिला जिसे खोलकर देखा गया तो उसमें हांथ व पैर बंधे बच्चा था जिसकी दम घुटने से मौत हो चुकी थी। फिर भी एक उम्मीद के तहत बच्चे को पास के ही अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस दौरान गाड़ी के पास मौजूद तीनों आरोपी मौका पाकर भागने लगे तो पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। बताया कि दिल्ली में बच्चे के शव को ट्राली बैग में बरामद करने के साथ वहां पर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। एसपी ने कहा कि ऐसा लगता है कि आरोपियों ने जब बच्चे को अपहरण किया, उसी समय ट्रॉली बैग में डाल दिया था।
पकड़े गए चारों आरोपियों को उमरैन लाने के बाद उनसे आज दिन में पड़ोसी व अन्य साथियों को निश्चित स्थान बाऊखेडा के जंगल (आरोपियों के प्लान के तहत फिरौती लेने के लिए निर्धारित जगह) पर काल कर बुलाने को कहा। तो रियाज सिद्धीकी उर्फ मुन्ना, आशीष, अंकित व शोभन यादव वहां पर एक गाड़ी से पहुंचे। जिनके पास असलहा भी थे।
पुलिस की गाड़ियां देखते ही उन पर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के समय दिल्ली में पकड़े गए आरोपी भी भागने का प्रयास करने लगे। बताया कि जिस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग जिसमें आठों आरोपियों के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गए। जिसके बाद सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।