सोलन। हिमाचल के प्रवेश द्वार परवाणू के एक नशा मुक्ति केंद्र में उपचारधीन करीब 12 युवतियों के खिड़की के शीशे तोड़कर भागने का मामला सामने आया है। घटना के बाद नशा मुक्ति केंद्र की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई। शुरुआती तौर पर केंद्र से भागी युवतियों ने नशा निवारण केंद्र के संचालकों व कर्मचारियों पर नशा परोसने व मारपीट के गंभीर आरोप जड़ दिए। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि नशा मुक्ति केंद्र के पास वैध दस्तावेज हैं। केंद्र से भागी युवतियों ने पुलिस को कोई बयान नहीं दिया है। जांच में सामने आया है कि सेंटर संचालक इन युवतियों को परिजनों से फोन पर बात नहीं करने देते था, इसी वजह से वो खिड़की के शीशे तोड़कर भाग गई। ऐसा बताया गया है कि केंद्र से भागी युवतियों में आसपास के घरों में पहुंच कर मदद ली। बतादें कि युवतियों का एक वीडियो भी सामने आया जिसमे वे एक साथ बैठी हुई है।
जानकारी के मुताबिक केंद्र में उपचाराधीन अधिकतर युवतियां पंजाब व हरियाणा की रहने वाली हैं। शनिवार देर रात करीब एक दर्जन युवतियां खिड़कियों के शीशे तोड़ कर भाग गईं। दीगर है कि हाल ही में भी एक नशा निवारण केंद्र पर एक युवक को नशा करवाने के आरोप लगे थे। पुलिस ने दबिश दी थी। केंद्र में तालाबंदी भी हो गई थी। उधर, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने घटना की जांच की गई है। केंद्र के खिलाफ संज्ञेय अपराध नहीं बनता है। उन्होंने कहा कि किसी भी युवती ने भोजन से संबंधित बयान भी नहीं दिया है।