जयपुर। राजस्थान में लोकसभा आम चुनाव-2024 के द्वितीय एवं अंतिम चरण में 13 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान शुक्रवार सुबह सात से शाम छह बजे तक होगा जिसमें दो करोड़ 80 लाख 78 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।
इस चुनाव में इन क्षेत्रों में सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी एवं विपक्ष कांग्रेस पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी के 13-13, भारतीय आदिवासी पार्टी के सात एवं अन्य राजनीतिक दलों एवं निर्दलीय प्रत्याशियों सहित 152 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। जिनमें केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत जोधपुर एवं केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी बाड़मेर, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला कोटा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सी पी जोशी चित्तौड़गढ़ एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा सीपी जोशी भीलवाड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत जालोर से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र एवं सांसद दुष्यंत सिंह झालावाड़-बारां से भाजपा उम्मीदवार के रुप में चुनाव मैदान में अपना चुनावी किस्मत आजमा आ रहे हैं। इसी तरह सांसद भागीरथ चौधरी अजमेर से भाजपा, सुखबीर सिंह जौनपुरिया टोंक-सवाईमाधोपुर भाजपा, पीपी चौधरी पाली से भाजपा, पूर्व सांसद एवं विधायक हरीश मीणा टोंक-सवाईमाधोपुर से कांग्रेस, विधायक राजकुमार रोत बांसवाड़ा से बीएपी एवं रविन्द्र सिंह भाटी बाड़मेर से निर्दलीय, पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय बांसवाड़ा से कांग्रेस एवं उदयलाल आंजना चित्तौड़गढ़ संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान में अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। इस चुनाव में सात महिला प्रत्याशी भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रही है जिनमें राजसमंद से महिमा कुमारी मेवाड़ राजसमंद से भाजपा प्रत्याशी, झालावाड़-बारां से उर्मिला जैन भाया कांग्रेस, पाली से संगीता बेनीवाल कांग्रेस, मंजू मेघवाल जोधपुर से बसपा एवं दो महिला उम्मीदवार दो अन्य जगहों से निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में शामिल हैं। इन क्षेत्रों में सर्वाधिक 18 प्रत्य़ाशी चित्तौड़गढ़ और सबसे कम सात प्रत्य़ाशी झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र में है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के अनुसार दूसरे चरण में 13 लोकसभा क्षेत्रों टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़- बारां में 26 अप्रैल को सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा। स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इन क्षेत्रों में मतदान के लिए ढाई लाख से अधिक मतदानकर्मी एवं सुरक्षाकर्मी लगाये गये हैं। इन क्षेत्रों में दो करोड़ 80 लाख 78 हजार 399 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। इनमें एक करोड़ 44 लाख 48 हजार 966 पुरुष एवं एक करोड़ 36 लाख दो हजार 272 महिला और 324 थर्ड जेंडर मतदाता हैं जबकि 26 हजार 837 सर्विस मतदाता हैं।
गुप्ता ने बताया कि इस बार इन क्षेत्रों में 18-19 वर्ष आयु के आठ लाख 66 हजार 325 नव मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार दिव्यांग मतदाताओं की संख्या तीन लाख 22 हजार 829 और 85 वर्ष से अधिक आयु के तीन लाख एक हजार 742 मतदाता हैं। इन क्षेत्रों में सर्वाधिक मतदाता पाली संसदीय क्षेत्र में 23 लाख 48 हजार 274 हैं जबकि अजमेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 19 लाख 99 हजार 399 मतदाता हैं। द्वितीय चरण में मतदान के लिए 28 हजार 758 मतदान केंद्रों बनाए गए हैं। इसमें 4778 शहरी, 23 हजार 327 ग्रामीण सहित 653 सहायक मतदान केंद्र शामिल हैं। मतदान प्रोत्साहन के लिए 1768 विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें 832 महिलाओं और इतने ही मतदान केन्द्र युवाओं तथा 104 मतदान केंद्र दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किए जाएंगे।
इन क्षेत्रों में 1.72 लाख से अधिक मतदानकर्मी मतदान को सम्पन्न कराने के लिए लगाए गए हैं। शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए 82 हजार 487 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें राजस्थान पुलिस के कार्मिकों के साथ होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवान तैनात किए गए हैं। केंद्रीय पुलिस बलों की 175 कंपनियां भी मतदान के दौरान कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा में सहयोग करेंगी। इन कंपनियों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात रहेंगे। चुनाव खर्च के लिहाज से संवेदनशील मतदान केंद्रों में अतिरिक्त निगरानी टीमें तैनात की गई हैं।
उन्होंने बताया कि मतदान केन्द्रों में चयनित 14 हजार 460 बूथों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। कंट्रोल रूम के माध्यम से इन बूथों पर निगरानी रखी जाएगी। मतदान कार्य में 34 हजार 931 बैलेट यूनिट और इतनी ही कंट्रोल यूनिट और 37 हजार 329 वीवीपैट मशीनें (रिजर्व सहित) उपयोग में ली जाएगी। उन्होंने बताया कि 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए तीन हजार सेक्टर ऑफिसर तैनात किए गए हैं। यह अधिकारी मतदान दलों के साथ सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे। ईवीएम में तकनीकी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केंद्रों पर पहुंचेंगे।
गुप्ता ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही मतदाताओं की सहायता के लिए हर मतदान केंद्र पर वॉलंटियर्स भी तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिए राज्य और जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है। इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केंद्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉक पोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केंद्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में मतदान वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान दल, सुरक्षाकर्मी, ईवीएम मशीन तथा सेक्टर ऑफिसर के आने-जाने में सुगमता के लिए लगभग 24 हजार 426 हजार छोटे-बड़े वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। गुप्ता ने बताया कि मतदान के लिए 99 प्रतिशत मतदाता पर्ची का वितरण कर दिया गया हैं और किसी कारण से किसी मतदाता तक मतदाता पर्ची नहीं भी पहुंची है तो भी वह मतदान केन्द्र पहुंचकर मतदाता कार्ड या वैकल्पिक दस्तावेज से अपना मतदान कर सकता हैं।