भोपाल। मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर आज भी जारी रहा। लगातार हो रही बारिश से अनेक स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इसका सर्वाधिक असर बुंदेलखंड और विंध्य अंचल में देखा गया, जहां लगातार बारिश से सभी नदी नाले उफान पर हैं। वहीं, वर्षाजनित दो अलग-अलग हादसों में तेरह बच्चों की जान चली गई।
मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि प्रदेश के उत्तर पूर्वी हिस्से में बना गहरा अवसाद और एक ट्रफ लाइन के चलते प्रदेश के बुंदेलखंड अंचल के सागर, दमोह, पन्ना सहित अन्य स्थानों पर पिछले 24 घंटों के दौरान लगातार हुई। बारिश के चलते अनेक स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए। वहीं प्रमुख नदियों सहित अन्य नदी नाले उफान पर हैं।
इसके साथ ही विंध्य अंचल के रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली सहित अन्य स्थानों पर लगातार बारिश का दौर जारी है। इसके कारण वहां के अनेक नदी नाले उफान पर हैं। पिछले चौबीस घंटों के दौरान कटनी में सर्वाधिक 231़ 4 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा रिकार्ड की गई। इसके अलावा मैहर में 187़ 2 मिमी, शहडोल में 175 मिमी, दमोह में 181 मिमी, रीवा में 145 मिमी, सागर में 144़ 1 मिमी, सिंगरौली में 140़ 2 मिमी वर्षा हुई।
इसके अलावा सीधी में 136़ 5 मिमी, जबलपुर के सिहोर में 181 मिमी, जबलपुर में 129 मिमी, छतरपुर के खजुराहो में 93़ 6 मिमी, सतना में 109़ 1 मिमी, उमरिया में 100़ 2 मिमी, राजधानी भोपाल में 63़ 4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं, प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई।
लगातार हो रही बारिश के चलते वर्षाजनित दो अलग अलग हादसों में 13 बच्चों की मौत हो गई। सागर जिले में मानसून के मेहरबान होने से झमाझम बारिश का दौर जारी है। पिछले चौबीस घंटे के दौरान जिले में चार इंच से अधिक औसत बारिश दर्ज की गई। इसके चलते शहर के अनेक स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गई है। सागर जिले के शाहपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में आज सुबह शिवलिंग निर्माण और कथा के दौरान कच्चे मकान की जर्जर दीवार ढहने से नौ बच्चों की दबने से मौत हो गई।
रीवा जिले में पिछले चौबीस घंटों के दौरान अनेक स्थानों पर झमाझम बारिश का दौर जारी है। इसके चलते यहां की प्रमुख नदी बीहर उफान पर बह रही है, तो वहीं अनेक नदी नाले भी उफान पर है। जिले के गढ़ कस्बे में कल शाम स्कूल के समीप कच्चे मकान की दीवार गिर गयी जिसके चपेट में आने से चार बच्चों की मौत हो गई, तो वहीं एक महिला और एक बच्चा घायल हो गए, जिनका इलाज चल रहा है।
कटनी जिले में पिछले पंद्रह घंटे से लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते यहां नदी नाले उफान पर हैं। प्रशासन ने लोगों से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की है। जिला कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने लोगों से नदी-नालों और पुल-पुलियों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का आग्रह किया है।
इसी तरह शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग में केदारेश्वर मंदिर के पास अचानक सरकुला नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण वहां फंसे आठ व्यक्तियों को एसडीआरएफ के दल एवं जिला प्रशासन तथा पुलिस की मदद से सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया गया है।
नर्मदापुरम जिले में स्थित तवा बांध के जल भराव क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते तवा बांध के तीन गेट खोल दिए गए हैं। आज सुबह सात बजे तवा बांध का लेवल 1160.10 फिट हो गया है। जो कुल क्षमता का 82 प्रतिशत है। बांध के जल भराव क्षेत्र में निरंतर वर्षा हो रही हैं, जिससे बांध के 3 गेटों से 946 घन मीटर/सेकण्ड जल छोड़ा जा रहा है।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ चक्रवर्ती ने बताया कि उत्तर पूर्व में बना गहरा अवसाद अब धीरे धीरे पश्चिम की तरफ शिफ्ट हो रहा है। इससे अब प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में बारिश की गतिविधियां तेज होगी। उन्होंने बताया कि अगले चौबीस घंटों के दौरान आगरमालवा, देवास, मंदसौर, सीहोर, रायसेन सहित कुछ अन्य स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। इसके अलावा प्रदेश के अनेक स्थानों पर भारी बारिश का ‘ओरेंज अलर्ट’ तो, कुछ स्थानों पर ‘ऐलो अलर्ट’ जारी किया गया है।
राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में कल रात्रि से बारिश का जो दौर प्रारंभ हुआ, वह आज दिन भर जारी रहा। इसके चलते राजधानी के अनेक स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गयी। वहीं निचली बस्तियों में भी पानी भर गया है। यहां सुबह आठ बजे तक 63.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। यहां आने वाले चौबीस घंटों के दौरान बारिश का क्रम इसी तरह से जारी रहने की संभावना है।
शिवलिंग निर्माण के दौरान दीवार ढहने से 9 बच्चों की मौत, 2 घायल