राजस्थान की 16वीं विधानसभा का तृतीय सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

जयपुर। राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा के तृतीय सत्र एवं बजट सत्र को सोमवार रात अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सत्र को राष्ट्र गान के साथ रात आठ बजकर 26 मिनट पर अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया। इस सत्र में 24 बैठकें हुई और सदन 181 घंटे 51 मिनट चला।

देवनानी ने कहा कि विधानसभा के इस सत्र से सदन को पेपरलेस चलाने की शुरुआत हुई। सदन में आईपैड के साथ सदन को गुलाबी शहर की तर्ज पर गुलाबी रंग के नये कलेवर में तैयार किया गया। श्री देवनानी ने सोलहवीं विधान सभा के सभी सदस्यों का आह्वान किया कि सभी मिलकर राजस्थान विधानसभा को देश की आदर्श विधान सभा बनाने में सक्रिय भूमिका निभाए।

उन्होंने कहा कि इस सत्र में विधायकों से 9800 प्रश्न प्राप्त हुए, जिनमें से तारांकित प्रश्न 4480, अतारांकित प्रश्न 5302 एवं अल्प सूचना प्रश्न 18 हैं। 516 तारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए जिनमें से 288 प्रश्न मौखिक रूप से पूछे गये एवं उनके उत्तर दिए गए। इसी तरह 576 अतारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए। उन्होंने कहा कि गत सत्र में विधायकों से 8088 प्रश्न प्राप्त हुए थे, जिनमें से तारांकित प्रश्न 3810 एवं अतारांकित प्रश्न 4278 थे, जिनमें से कुल 420 तारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए। 268 प्रश्न मौखिक रूप से पूछे गए एवं उनके उत्तर दिए गए।

इसी तरह 426 अतारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए थे। देवनानी ने कहा कि सोलहवीं राजस्थान विधान सभा के प्रथम एवं द्वितीय सत्र में प्राप्त कुल 10,049 प्रश्नों में से अब तक 9453 के उत्तर प्राप्त हो चुके हैं और 596 शेष रहे हैं। 95 प्रतिशत प्रश्नों के उत्तर प्राप्त हो गए है और शेष भी जल्द ही प्राप्त हो जाएंगे। राजस्थान विधान सभा के अभी तक के सत्रों में यह सर्वाधिक है।

देवनानी ने कहा कि विधायकों द्वारा 767 पर्चियां प्राप्त हुई। जिनमें से 84 पर्चियां चयनित हुई एवं संबंधित विधायकों ने अपने विचार सदन के समक्ष रखे। उन्होंने कहा कि गत सत्र में विधायकों द्वारा कुल 808 पर्चियां प्राप्त हुई। जिनमें से शलाका द्वारा कुल 72 पर्चियां चयनित हुई।

देवनानी ने कहा कि आय-व्ययक अनुमान वर्ष 2025-26 उन्नीस फरवरी को सदन में उपस्थापित किया गया जिस पर गत सत्रौ से एक दिवस अधिक अर्थात पांच दिन सामान्य वाद-विवाद के लिए नियत किए गए जिसमें 96 विधायकों ने भाग लिया। 27 फरवरी को उप मुख्यमंत्री ने परिवर्तित आय-व्ययक पर हुए वाद-विवाद का राज्य सरकार की ओर से उत्तर दिया।

उन्होंने कहा कि विभागों से संबंधित 64 अनुदानों की मांगों में से अब तक सर्वाधिक 17 अनुदान की मांगों पर पर सदन में चर्चा के लिए आठ दिवस नियत किए गए। अनुदान की मांगों पर 4319 कटौती प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई जिसमें से 3789 कटौती प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किए गए एवं 530 कटौती प्रस्ताव अग्राह्य किए गए। अनुदानों की मांगों पर हुई चर्चा में कुल 349 सदस्यों ने भाग लिया।

देवनानी ने कहा कि वर्तमान सत्र में 12 विधेयक पुरःस्थापित किए जाकर 10 विधेयक सदन द्वारा पारित किए गए तथा तीन विधेयक प्रवर समिति को सुपुर्द किए गए। विधेयकों पर सदस्यों से 210 संशोधन प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें से 39 संशोधन प्रस्ताव सचिवालय स्तर पर अग्राह्य एवं 171 संशोधन स्वीकार किए गए।

उन्होंने अवगत कराया कि गत सत्र में पांच विधेयक पुरःस्थापित किए जाकर तीन विधेयक सदन द्वारा पारित किए गए तथा एक विधेयक प्रवर समिति को सुपुर्द किया गया। विधेयकों पर विधायकों से 37 संशोधन प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें से पांच संशोधन प्रस्ताव सचिवालय स्तर पर अग्राह्य एवं 32 संशोधन स्वीकार किए गए।

उन्होंने कहा कि सदन में 55 याचिकाएं विधायकों द्वारा उपस्थापित की गई। गत सत्र में विधायकों द्वारा 19 याचिकाएं उपस्थापित हुई। देवनानी ने कहा कि सत्र में विभिन्न समितियों के कुल 17 प्रतिवेदन सदन में उपस्थापित किए गए। उन्होंने अवगत कराया कि गत सत्र में विभिन्न समितियों के कुल 20 प्रतिवेदन सदन में उपस्थापित किए गए।

उल्लेखनीय है कि गत 31 जनवरी को राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे के अभिभाषण से इस सत्र की शुरुआत हुई। यह सत्र काफी हंगामेदार भी रहा और इस दौरान गत 21 फरवरी को जोरदार हंगामें के बाद विपक्ष के छह सदस्यों को विधानसभा के इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित भी कर दिया गया था, इनमें विधायक गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गेसावत, हाकम अली एवं संजय कुमार शामिल थे। हालांकि बाद में 27 फरवरी को इन सभी को बहाल भी कर दिया गया।