लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनुशंसा पर राज्यपाल रामनाईक ने सोमवार को राजभर को मंत्री पद से मुक्त करने के लिए अपना अनुमोदन प्रदान कर दिया।
योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग जन विकास मंत्री रहे राजभर ने लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर चुनाव लड़ने का एलान किया था। इससे पहले भी राजभर पिछड़े वर्ग के मुद्दों को लेकर योगी सरकार को घेरते रहे हैं। हालांकि चुनाव के बाद उनकी मंत्रिमंडल से विदाई के कयास लगाए जा रहे थे।
राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राजभर को तात्कालिक प्रभाव से प्रदेश मंत्रिमण्डल की सदस्यता से पदमुक्त कर दिया है। नाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्ताव पर ओम प्रकाश राजभर को मंत्री पद से मुक्त करने के लिए अपना अनुमोदन प्रदान कर दिया है।
राजभर ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के लिए भाजपा से राज्य में पांच-छह सीटें देने की मांग की थी लेकिन भाजपा इसके लिए तैयार नही हुई थी। भाजपा ने राजभर से कहा था कि घोसी लोकसभा सीट उन्हें दिया जा सकता है लेकिन चुनाव भाजपा के चुनाव चिन्ह पर लड़ना होगा।
इसके बाद राजभर नाराज हो गए थे और उन्होंने प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी समेत 39 सीटों पर अपने पार्टी के उम्मीदवार खड़े कर दिए थे। चुनाव के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के रोड शो में भी हिस्सा लिया था। राजभर का दावा है कि उन्होंने 13 अप्रेल को ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।