वाराणसी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ‘रिकॉर्ड’ विकास कार्य होने का दावा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया भर में प्राचीन धार्मिक शहर के रुप में खास पहचान रखने वाली ‘काशी’ को गत चार-पांच वर्षों में विकास की दृष्टि से भी ख्याति प्राप्त करने का गौरव हसिल हुआ।
विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा करने यहां पहुंचे योगी ने गुरुवार रात अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि वाराणसी में पूरी दुनिया के लोग आते हैं और वे अच्छा संदेश लेकर जाते हैं। इसका एक प्रमाण गत दो वर्षों में लगातार यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में हो रही वृद्धि है। बाबा विश्वनाथ् की नगरी में काम करना सौभाग्य की बात है। इसे समझते हुए तमाम कार्य पूरे मन से किये जाने की आवश्यकता है।
योगी गत चार-पांच वर्षों में प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप यहां विकास के ‘रिकॉर्ड’ कार्य होने की बात बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र की समस्त योजनाओं को सफलता से लागू कर रही है। उसका प्रभाव अब धरातल पर दिख रहा है।उन्होने सर्किट हाउस सभागार में वाराणसी की प्रमुख परियोजनाओं एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
सुल्तानपुर-वाराणसी एवं वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन चौड़ीकरण, वाराणसी रिंग रोड फेज 2, शहरी गैस वितरण परियोजना, सिगरा के ‘रुद्राक्ष’ कन्वेंशन सेंटर, बीएचयू के वैदिक विज्ञान केंद्र, रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ आफर्थल्मोलॉजी, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कैंसर इंस्टिट्यूट के आवासीय भवन और 100 शैय्यायुक्त मेटरनिटी विंग के विकास कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने रामनगर चिकित्सालय के उच्चीकरण, पांडेपुर चिकित्सालय के निर्माण, स्मार्ट सिटी के अंतर्गत ‘कान्हा उपवन’, स्किल डेवलपमेंट सेंटर निर्माण, शहरी इलाके में गोदौलिया समेत विभिन्न स्थानों पर वाहन पार्किंग व्यवसथा, सारनाथ में प्रकाश एवं म्यूजिक शो की व्यवस्था, गंगा प्रदूषण नियंत्रण के विभिन्न कार्यों, कई सेतुओं निर्माण कार्य एवं सड़कों के चौड़ीकरण, आईटीआई राजातालाब, वरुणा नदी चैनेलाइजेशन आदि की विस्तार से प्रगति की जानकारी ली।समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों विकास तमाम कार्य समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ पूरा करने को कहा।
उन्होंने लेटलतीफी को बर्दाश्त नहीं करने की बात बताते हुए कहा कि विलंब होता है और आमजन को परेशानी आती है, तो संबंधित कार्यदाई संस्था एवं ठेकेदार, दोनों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी। ठेका लेकर कार्य नहीं करने वाले ठेकेदार को ‘ब्लैक लिस्ट’ के साथ उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।योगी ने पीएसी की नावों को सीएनजी बदलने का निर्देश दिया।