मुंबई। मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में मानसून के दौरान हुई भारी बारिश के कारण बदलापुर और वांगणी स्टेशनों के बीच पटरी बह जाने से पिछले 12 घंटों से पटरी पर अटकी महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन में फंसे सभी 700 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), सेना, वायु सेना, नौसेना रेलवे और राज्य प्रशासन ने महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे सभी 700 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया है। गृह मंत्रालय स्थिति पर करीबी से नजर रखे हुए था और बचाव अभियान की निगरानी की जा रही थी। उन्होंने बचाव दलों की इसके लिए सराहना की है।
इस बीच मध्य रेलवे ने बताया है कि महालक्ष्मी एक्सप्रेस से निकाले गए यात्रियों के लिए कल्याण से कोल्हापुर के लिए 19 डिब्बों वाली एक विशेष गाडी चलाई जाएगी जो इन्हें गंतव्य तक पहुंचाएगी। मध्य रेलवे के महाप्रबंधक एके गुप्ता महाराष्ट्र के मुख्य सचिव के साथ मिलकर इस पूरे अभियान का संचालन कर रहे हैं।
एनडीआरएफ के अनुसार उसे जानकारी मिली थी कि मुंबई से 100 किलोमीटर दूरी पर महालक्ष्मी एक्सप्रेस रात तीन बजे से पटरी पर फंसी है। इसके बाद सबसे नजदीक के केन्द्र से बचाव दल की एक टीम को रवाना किया गया और बटालियन मुख्यालय से दो अन्य दलों को घटनास्थल पर भेजा गया। घटनास्थल के आस पास कीचड़ होने के कारण उपकरणों को नौका में नहीं ले जाया जा सका और बचावकर्मी इन उपकरणों को कंधे पर ही लेकर गए।
इसके बाद सेना, वायु सेना, नौसेना, रेलवे और राज्य प्रशासन ने मिलकर बचाव अभियान चलाया और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। नौसेना के हेलिकॉप्टरों की मदद से पहले महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। यात्रियों में 13 गर्भवती महिला भी थी। सभी यात्रियों को बदलापुर ले जाया गया और वहीं पर उनके खाने और विश्राम की व्यवस्था की गई है।