श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में निचली गुफा के निकट अमरनाथ यात्रा मार्ग पर शुक्रवार शाम को भारी बादल फटने से अब तक कम से कम एक दर्जन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है और शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
पुलिस ने हालांकि, इस घटना में अब तक केवल आठ लोगों की मौत की पुष्टि की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर यात्रियों की स्थिति और उनके लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी ली।
सूत्रों ने कहा कि बादल उस स्थान पर फटा, जहां लंगर के अलावा तीर्थयात्रियों को टेंट आवास प्रदान किया गया था। उन्होंने बताया कि अचानक आई बाढ़ में कई तंबू बह गए जिसमें एक दर्जन यात्रियों की मौत हो गई और कई अब भी लापता हैं। शुरुआत में घटनास्थल से दो शव बरामद किए गए और बाद में छह और शव निकाले गए। अन्य लापता श्रद्धालुओं की तलाश जारी है।
पुलिस महानिरीक्षक ने एक ट्वीट में कहा कि छह और मौतों की सूचना दी (अब तक कुल 8 मौतें) गई है। घायलों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया गया। बचाव अभियान अभी भी जारी है। सूत्रों ने हालांकि, कहा कि देर शाम घटनास्थल से चार और शव बरामद किए गए जिससे मरने वालों की संख्या 12 हो गई। उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि अभी भी कई लोग लापता हैं। घटना में घायल कई लोगों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया गया।
पुलिस, सुरक्षा बलों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की बचाव टीमों ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है। एनडीआरएफ के महानदिशेक अतुल करवाल ने यहां बताया कि शाम करीब साढे पांच बजे बादल फटने की घटना के बाद आई बाढ़ में श्रद्धालुओं के शिविर बह गये है।
करवाल ने बताया कि राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गयी हैं। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की एक टीम गुफा के पास तैनात की गई थी जो तुरंत बचाव एवं राहत कार्य में लग गई थी। टीम ने कुछ लोगों को जीवित बचाया।
एनडीआरएफ और राज्य आपदा मोचन बल तथा अन्य टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है। घटना के बाद उस इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। पहाड़ों से सैलाब के साथ मलबा भी आया, जिससे यह हादसा हुआ। आईजीपी ने ट्वीट कर कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। कश्मीर घाटी के कई राजनीतिक नेताओं ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है और अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की है।
बादल फटने को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने बताया अत्यंत दुर्भाग्यजनक
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पवित्र अमरनाथ गुफा के समीप शुक्रवार शाम बादल फटने से हुई दुर्घटना को अत्यंत दुर्भाग्यजनक बताया। उन्होंने केवल पुष्ट सूचनाओं पर ही ध्यान केंद्रित करने की अपील की। शेखावत ने कहा कि न गलत खबरों पर भरोसा करें और न उन्हें प्रसारित करें।
ट्वीट कर शेखावत ने कहा कि मौके पर एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटे हैं। यह गंभीरता से संयम बनाए रखने का समय है। उन्होंने कहा कि मैं मृत्यु का शिकार हुए श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं। घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले।
शिवराज ने की तीर्थ-यात्रियों की कुशलता की कामना
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पवित्र अमरनाथ गुफा में फंसे श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना की है। मुख्यमंत्री चौहान ने अमरनाथ गुफा के पास आज शाम अचानक आई बाढ़ में श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु पर दु:ख व्यक्त किया है।
अद्यतन जानकारी के अनुसार प्रभावित क्षेत्र में आपदा दल राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय हैं। आईटीबीपी (इंडो तिब्बत बार्डर पुलिस) का दल भी कार्य कर रहा है। क्षेत्र में जहाँ लंगर संचालित हो रहे थे वहां सैलाब की चपेट में आने से कुछ तीर्थ-यात्रियों की असामयिक मृत्यु हो गई है।
सैकड़ों श्रद्धालु अभी फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके परिजन को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।