कोहिमा। नागालैंड में सत्तारूढ़ नागा पीपुल्स फ्रंट के दस विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। इनमें से एक विधायक ने कहा कि सिविल सोसायटी समूहों की ओर से 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव को टालने की बढ़ती मांग को लेकर विधायकों ने इस्तीफा दिया है।
इस्तीफा देने वालों में पूर्व संसदीय कार्य मंत्री तोखेहो येपथॉमी, पूर्व सड़क एवं पुल मंत्री निकिएसाली निकी किरे, पूर्व पर्यावरण मंत्री नैबा करोनु, एस पांगंयु फोम, झालियो रियो, देव नुखु, सीएम चांग, पोहवांग कोनयाक, नामरी चांग और नैबा करोनु शामिल हैं।
येपथॉमी ने कहा कि हमने विधानसभा के सदस्य और एनपीएफ की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हमने यह कदम दीर्घकालिक नागा राजनीतिक (विद्रोह) समस्या का समाधान चुनाव से पहले करने के आम लोगों के आह्वान के मद्देजनर उठाया है।
उन्होंने कहा कि पिछले माह, नागालैंड विधानसभा ने चुनाव से पहले नागा राजनीतिक मुद्दे के समाधान के लिए भारत सरकार से सम्मानजनक और स्वीकार्य समाधान के लिए तत्काल और असाधारण कदम उठाने का आग्रह करने संबंधी प्रस्ताव पास किया था। हम आशांवित हैं कि भारत सरकार नागा लोगों की भावनाओं की कद्र करेगी।
विधानसभा अध्यक्ष इमतिवापांग अय्यर ने इन दसों विधायक का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। इसके साथ ही 60 सदस्यीय नागालैंड विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 46 हो गई है।
इससे पहले, एनपीएफ के नेता और पूर्व गृह मंत्री येनथुंगो पेट्टोन और पूर्व निर्दलीय विधायक जैकॉब झिमोमी ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। वहीं एनपीएफ के विखो-ओ-योशु नागालैंड डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी में शामिल हो गए थे।
इस घटनाक्रम के बाद एनपीएफ के विधायकों की संख्या 47 से घटकर 35 हो गई है जबकि निर्दलीय विधायकों की संख्या घटकर 7 हो गई है। इस बीच, नागालैंड भाजपा अध्यक्ष विसासोली होंगु ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाई विधानसभा चुनावों में पार्टी हाईकमान के आदेशों का पालन करेगी।