पेशावर। पाकिस्तान में बुधवार को आम चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव में संभावित हिंसा के भय के मद्देनजर पेशावर में पहले से ही 1000 कफन तैयार करके रख लिए गए हैं।
पेशावर के उपायुक्त इमरान हामिद शेख ने ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ से बातचीत में कहा है कि वह किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आम चुनाव में संभावित हिंसा को ध्यान में रखकर पहले से ही एक हजार ‘कफन’ तैयार करा लिए गए हैं।
शेख ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि आम चुनाव शांतिपूर्ण निपट जाएंगे किंतु किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। उपायुक्त ने कहा कि 25 जुलाई को मतदान के दिन पुलिस ने अफगान शरणार्थियों के भी शहर में आवागमन पर रोक लगा दी है।
उन्होंने कहा कि हमने हवाई फायर भी रोक लगा दी है। इसके अलावा काले शीशे वाली और अपंजीकृत वाहनों का प्रवेश भी पेशावर में प्रतिबंधित किया गया है। शेख ने बताया कि पेशावर में 1217 मतदान केंद्र हैं। इनमें से 655 पुरुषों और 517 महिलाओं के लिए बनाए गए हैं जबकि 45 मतदान केंद्रों पर पुरुष और महिला दोनों ही मतदान कर सकेंगे।
मतदान के लिए सुरक्षा इंतजाम के संबंध में उपायुक्त ने कहा कि पाकिस्तान की सेना और पुलिस को मुस्तैद किया गया है और वह क्लोज सर्किट कैमरे के जरिये गतिविधियों पर नजर रखेगी। मतदान केंद्र पर मोबाइल फोन के उपयोग पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
गौरतलब है कि पेशावर में हिंसा की कई बड़ी घटनाएं हुई हैं। सोलह दिसम्बर 2014 को पेशावर में आर्मी पब्लिक स्कूल पर तहरीक ए तालिबान के आतंकवादियों ने हमला किया था। इसमें कुल 149 लोगों की मौत हुई थी जिनमें 132 स्कूल के छात्र थे।