कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा के पांचवें चरण के मतदान के लिए मतदान कर्मियों की आवाजाही शुक्रवार को अपने संबंधित मतदान केंद्रों के लिए शुरू हो गई और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए इस चरण में केन्द्रीय बलों की 1071 कंपनियों को तैनात किया गया है।
राज्य में पांचवें चरण में छह जिलों की 45 सीटों के लिए 319 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं और 1.12 करोड मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला शनिवार को करेंगे।
राज्य में 10 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान में शीतलकुची घटना के बाद केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बलों की ओर से ईवीएम लुटने से बचाने और आत्मरक्षा के लिए चलाई गई गोली से चार लोगों की मौत हो गयी थी। चुनाव आयोग इस बार स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है।
राज्य में पांचवें चरण में छह जिलाें और 45 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे। जिन जिलों में शनिवार (17 अप्रैल) को मतदान होना है उनमें उत्तरी परगना पार्ट-एक, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, पूर्वी वर्द्धमान पार्ट-एक और जलपाईगुड़ी है। राज्य में पांचवें चरण के मतदान में मतदाता 319 उम्मीदवारों के भाग्य को फैसला करेंगे, जिनमें से 39 महिला प्रत्याशी भी हैं। मतदान में 1.12 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिनमें से 55.80 लाख महिला और 234 ट्रांसजेंडर हैं बाकी पुरुष मतदाता हैं। मतदान के लिए 15,789 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
चुनाव आयोग ने हालांकि पांचवें चरण के मतदान के लिए केन्द्रीय सशस्त्र बल की 853 कंपनियों को तैनात किया गया है और बाकी कंपनियों को रिजर्व में रखा है। कुल 853 कंपनियों में से 69 कंपनियां बारासात में, 61 बैरकपुर, 107 बसीरहाट, 46 विधाननगर, 68 दार्जिलिंग, 21 कालिम्पोंग, 122 जलपाईगुडी, 11 कृष्णानगर, 155 पूर्व वर्द्धमान, 140 राणाघाट और 53 कंपनियां सिलीगुड़ी में तैनात की गयी हैं।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने 15,789 मतदान केन्द्र स्थापित किए है और प्रत्येक बूथ को एक सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) और चार सशस्त्र कांस्टेबल द्वारा संचालित किया जाएगा।
पांचवें चरण में 319 प्रत्याशियों में से ज्योतिप्रिया मल्लिक, गौतम देब, ब्रत्य बसु, सुजीत बोस, पूर्व मंत्री मदन मित्रा, भारतीय जनता पार्टी के मुकुल रॉय, राहुल सिन्हा, समिक भट्टाचार्य, सब्यसाची दत्ता, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अशोक भट्टाचार्य जैसे कई मंत्री चुनावी मैदान में अपना भाग्य अजमा रहे हैं।
भाजपा सभी 45 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस, वाम दल और उनकी सहयोगी दल इंडियन सेक्युलर फ्रंट संयुक्त मोर्चा के बैनर तले यह चुनाव लड़ रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी ने 32 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारा है, माकपा ने 25, कांग्रेस ने 11, एआईएफबी दो, आरएसपी, एनपीपी और भाकपा एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही है,जबकि इस चरण में 83 स्वतंत्र उम्मीदवार भी अपना भाग्य अजमा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव आयुक्त ने गुरुवार को सभी राजनीतिक दलों को पांचवें चरण के मतदान से पहले कोविड-19 दिशानिर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री ममतस बनर्जी ने कहा कि वह आठ चरण का मतदान नहीं चाहती। महामारी के बीच हमने आठ चरणों में पश्चिम बंगाल चुनाव कराने के चुनाव आयोग के फैसले का कड़ाई से विरोध किया। उन्होंने देश और राज्य में कोविड-19 मामलों में भारी उछाल को देखते हुए चुनाव आयोग से शेष चरणों के मतदान को एक चरण में कराने पर विचार करने का आग्रह किया है।