तेहरान। ईरान में पांच दिवसीय सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इसके पीछे विदेशी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया है। इसफाहान प्रांत के नायाफ अबाद शहर में प्रदर्शन के दौरान मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। जिसके बाद मृतकों की संख्या 11 पहुंच गई।
एजेंसी ने कहा कि राष्ट्रपति रूहानी की आर्थिक नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन के लगातार पांचवें दिन एक प्रदर्शनकारी द्वारा की गई गोलीबारी में तीन अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए।
शांति बनाए रखने के रूहानी के आह्वान और प्रशासन द्वारा सोशल नेटवर्क तक लोगों की पहुंच समाप्त करने के बावजूद जब प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए, तो 300 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने ईरान, रूहानी और देश के सर्वोच्च नेता अली खामेनी के खिलाफ नारे लगाए और कचरा डिब्बों में आग लगा दी तथा कई बैंक शाखाओं की खिड़कियां तोड़ दी।
इस बीच, ईरानी खुफिया मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि पिछले पांच दिनों में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हालिया आशांति के पीछे के मुख्य आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
रूहानी ने कहा कि ईरान के दुश्मनों ने ईरानियों से विरोध करने की मांग की थी और 2015 के परमाणु करार पर हस्ताक्षर करने और सीरियाई विवाद में शामिल होने के लिए तेहरान से बदला लेने की उनकी इच्छा में साथ देने का आश्वासन दिया था।
सांसदों के एक समूह से रूहानी ने कहा कि उनकी सरकार ने कई सफलताएं हासिल की हैं, जैसे कि 2015 में ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को समाप्त करने के समझौते से उन्होंने देश को छह प्रमुख विश्व शक्तियों में पहुंचा दिया है। इसके अलावा सीरिया, लेबनान और इराक में उनकी भूमिका प्रमुख रही है।