श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में उप कारागार में तब्दील विधायकों के हॉस्टल के पुराने ब्लॉक मेें बंद राजनीतिक कैदियाें से कम से कम 11 मोबाइल बरामद किए गए हैं।
गत पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा को निष्प्रभावी करने के बाद पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित 24 से अधिक राजनीतिक नेताओं को रविवार को होटल से विधायक हॉस्टल (उपकारागार) में स्थानांतरित किया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उपकारागार में भारी सुरक्षा के इंतजाम के बावजूद इनके पास से मोबाइल फोन होने के मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि शनिवार को राजनीतिक कैदियों के कमरों के औचक निरीक्षण के दौरान वहां से 11 मोबाइल फोन बरामद किए गए। हालांकि उप करागार में बंद कुछ वरिष्ठ राजनेताओं ने इसका विरोध किया और अपने कमरों की जांच की अनुमति नहीं दी।
प्रशासन ने विधायकों के पुराने ब्लॉक के 35 कमरों को उप कारागार में तब्दील किया है। जेल के पांच कमरे सुरक्षा कर्मियों के लिए हैं। इससे पहले बारामूला, कठुआ और श्रीनगर जेल की औचक जांच के दौरान मोबाइल फोन और अन्य गैजेट बरामद किए गए थे।
केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में गत 5 अगस्त से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए को निष्प्रभावी करने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेश में विभाजित करने के बाद से नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुल्स कांफ्रेंस सहित 31 से अधिक राजनीतिक दलों के नेताओं को एक होटल में हिरासत में रख था।
हालांकि पांच अगस्त से भारतीय पर्यटन विकास निगम के स्वामित्व वाले होटल में राजनीतिक कैदियों को रखने का 2.65 करोड़ रुपए का बिल आने के बाद इसकी आलोचना होने पर हाल ही में इन नेताओं को उप कारागार में स्थानांतरित किया गया।
जिन नेताओं को हिरासत में लिया गया है उनमें नेकां के वरिष्ठ नेता अली मोहम्मद सागर, पीडीपी-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में पीडीपी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता नईम अख्तर, पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लाेन और भारतीय प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़कर नेता बने शाह फैसल भी हैं। हिरासत में लिए गए नेता नईम अखतर के परिजनाें ने आरोप लगाया कि उप कारागार में कमरों को गर्म रखने समेत अन्य आधारभूत सुविधाओं की कमी है।
तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों में फारुक अब्दुलला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को पिछले तीन महीनों से हिरासत में रखा गया है। डॉ. अब्दुल्ला को उनके आवास गुपकर में हिरासत में रखा गया है जबकि उमर को श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस और महबूबा को टूरिस्ट हट से स्थानांतरित कर श्रीनगर शहर में सरकारी आवास जबेरवन रेंज में हिरासत में रखा गया है।