हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले और सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के कई गांवों के ग्रामीणों के जहरीली शराब के सेवन से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और अन्य 12 की हालत गंभीर बनी हुई है।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि जहरीली शराब पीने से बीमार लोगों की संख्या को देखते हुए इस हादसे में मृतक की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। राज्य सरकार ने तात्कालिक कार्यवाही करते हुए आबकारी विभाग के 13 अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। प्रशासन ने इस मामले में प्रथम दृष्टया लापरवाही का मामला मानते हुए आबकारी विभाग के 13 कर्मचारियों से निलंबित कर दिया है।
राज्य के आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने बताया की हरिद्वार जिले के बालपुर, भलस्या, खेड़ी, बिंदु गांव और सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के एक गांव के 12 ग्रामीणों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है और अन्य 12 की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने सभी दोषी अधिकारियों को दण्डित कर मामले की न्यायिक जांच कराने के निर्देश दिए है। जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
राज्य के प्रमुख सचिव आनंद वर्धन ने अवैध शराब के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने के निर्देश देकर अवैध शराब की तस्करी करने वालों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
सूत्रों के अुनसार भगवानपुर के आसपास के गांवों के लोग कल किसी परिचित की तेहरवीं में आए थे। जहां कच्ची शराब का सेवन करने से कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई और सुबह एक एक करके 12 लोगों का दम टूट गया।
प्रमुख सचिव ने घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए हरिद्वार के जिलाधिकरी दीपक रावत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मजेय खण्डूरी को फटकार लगाई। घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पंत नेे भी घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यंमत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।