अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम एवं टाटा पावर अजमेर डिस्ट्रीब्यूशन के अधिकारियों, तकनिशियनों एवं कार्मिकों के लिए आयोजित 12 सप्ताह के हार्टफुलनेस ध्यान सत्रों का सोमवार को समापन हुआ। समापन समारोह में अवीवीएनएल के क्षेत्रीय मुख्य अभियंता एमबी पालीवाल, टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजानन काले एवं मानवीय संसाधन प्रबंधक श्याम सुन्दर चौधरी ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए।
समापन समारोह में पालीवाल ने कहा कि इस प्रकार के प्रेरणादायक सत्र कार्मिकों में नवीन ऊर्जा का संचार करते है। इनको लगातार आयोजित किए जाने की आवश्यकता है। तकनीकी कार्यों से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों में अभिव्यक्ति की क्षमता में वृद्धि के लिए भी सत्र होने चाहिए। इसके लिए हार्टफुलनेस संस्थान एवं इसके प्रशिक्षक साधुवाद के पात्र है।
काले ने कहा कि विश्व में बदलती कार्य संस्कृति के अनुसार कार्मिकों में स्वयं के लिए कम समय निकल रहा है। इसका प्रभाव कार्य क्षमता पर भी पड़ता है। इस प्रकार के ध्यान सत्रों से व्यक्ति को अपने आप से वार्तालाप करने का अवसर मिलेगा। व्यक्ति रोबोट से पुनः मानव बन पाएगा। विभिन्न सत्रों के दौरान सीखे गए सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक ज्ञान को दूसरों के साथ आगे होकर शेयर करना चाहिए। इससे आपके साथी भी इन सत्रों से लाभान्वित हो पाएंगे। इन सत्रों में समस्त व्यक्तियों ने एक साथ बैठकर ध्यान किया। यह प्रसन्नता का विषय है।
हार्टफुलनेस संस्थान के अजमेर केन्द्र प्रभारी शैलेष गौड़ ने बताया कि अजमेर विद्युत वितरण एवं टाटा पावर के अधिकारियों, तकनिशियनों एवं कार्मिकों को शान्त चित एवं एकाग्रता के साथ दुर्घटना रहित कार्य सम्पादन के लिए 12 सप्ताह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें प्रति सप्ताह अलग-अलग विषयों पर विशेषज्ञों के व्याख्यान आयोजित किए गए। इनमें टीम निर्माण, समय प्रबंधन, अच्छी नींद लेना, भोजन के तरीके, आंतरिक सफाई एवं अहम् के परिष्करण जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए गए।
उन्होेंने बताया कि प्रतिभागियों ने प्रथम व्याख्यान के साथ ही जीवनशैली एवं व्यवहार में परिवर्तन का अनुभव किया। प्रतिभागियों की रूचि में उत्तरोतर वृद्धि होती गई। वर्तमान आपाधापी के जीवन में कुछ समय अपने लिए निकालकर व्यक्ति तनाव रहित रह सकता है।