कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के बिशनपुरा क्षेत्र में आज सीवान-गोरखपुर रेल खण्ड पर मानव रहित रेलवे क्रासिंग हादसे का सबब बन गई जब तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने एक स्कूली बस के परखच्चे उड गए जिससे उसमे सवार 13 बच्चों की मृत्यु हो गई अौर चालक के अलावा छह बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दुदही रेलवे स्टेशन के पास मानव रहित गेट संख्या 45 पर स्कूल वाहन को सीवान से गोरखपुर आ रही ट्रेन संख्या 55075 थावे-बढनी सवारी गाड़ी ने टक्कर मार दी जिससे 13 बच्चों की मृत्यु हो गई और चालक और छह बच्चे घायल हो गए। वाहन में 19 बच्चे सवार थे। घायल बच्चों के अनुसार वाहन चालक इयरफोन लगाकर संगीत सुन रहा था जिससे ट्रेन के आने की आने का पता नहीं चल सका।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त किया और अस्पताल पहुंच कर घायलों का हालचाल लिया। उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर उन्हे ढाढस बंधाया एवं बच्चों के उपचार को लेकर जिला प्रशासन को जरूरी दिशा निर्देश दिए। योगी ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रूपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। घटना की जांच गोरखपुर के मण्डल आयुक्त अनिल कुमार को सौंपी गई है। गंभीर रूप से घायल चार बच्चों और बस चालक की नाजुक हालत को देखते हुए उन्हे गोरखपुर स्थित बाबा राघवदास मेडिकल कालेज भेजा गया है। हादसे के बाद निजी स्कूल का प्रबंधन और प्रधानाचार्य फरार हो गए।
सूत्रों के अनुसार हादसे के शिकार तीन बच्चे संतोष, रवि और रागिनी (07) मिसरौली में पूर्व प्रधान अमरजीत सिंह की संतान है जबकि गोलू (08) और उसकी बहन कोमल (10) मुंडरई के परोन गांव के रहने वाले हैं। इसके अलावा मनोज(08) और मुस्कान (07) भाई बहन है जो महिराणा के निवासी हैं। मृत बच्चों में हरिओम (08), अतीउल्लाह (08), अरशद (09), अनस (08), सजीदा (11), और तमन्ना (10) शामिल है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी भीषण थी कि स्कूल वाहन करीब 50 मीटर तक पटरी पर घिसता चला गया। घटना स्थल पर बच्चों के बैग एवं टिफीन बिखरे पड़े थें। साथ ही कुछ बच्चों के शव भी पड़े होने से हृदयविदारक दृश्य नजर आ रहा था हालांकि घटना की सूचना मिलते ही वहां पहुंची पुलिस ने शवों को हटा दिया जबकि घायल बच्चों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सूबे के राज्यपाल रामनाईक, पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए शोकसंतृप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
मायावती ने बयान में कहा कि ऐसी गंभीर घटनाएं रेलवे की बिना फाटक वाली क्रासिंग पर लगातार ही घटित होती रहती हैं, लेकिन ना तो केन्द्र और न ही राज्य सरकार इन मामलों में आँखे खुलती है। ऐसी सरकारी उदासीनता बड़ी चिन्ता की बात है।