अयोध्या। अयोध्या की प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा अक्षय नवमी तिथि लगने के साथ मंगलवार को शुरू हो गई जिसमें श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है।
अपर जिलाधिकारी नगर एवं मेलाधिकारी डॉ. वैभव शर्मा ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू में स्नान करने के बाद चौदह कोसी परिक्रमा शुरू की, जिसमें अधिकांश लोगों की परिक्रमा पूरी भी हो रही है।
उन्होंने कहा कि परिक्रमा के चारों तरफ मार्गों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह बैरियर लगाए गए हैं। रेलवे क्रासिंग के पास विशेष तौर पर बैरियर लगा करके सतर्कता बरती जा रही है और रेल विभाग को यह निर्देश दिए गए हैं कि जो भी गाड़ी इस मार्ग से गुजरे ड्राइवर हार्न अवश्य बजाए।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालु विभिन्न जगहों से अपनी परिक्रमा शुरू कर रहे हैं। परिक्रमा चौबीस घंटे से कुछ ज्यादा लगातार चलेगी। परिक्रमा में करीब पन्द्रह लाख श्रद्धालुओं से ज्यादा आने की उम्मीद है। इस परिक्रमा में जिला प्रशासन के अलावा समाजसेवियों ने नि:शुल्क जलपान, चिकित्सा शिविर भी लगाए हैं।
इस बार की परिक्रमा को श्रद्धालु खास मान रहे हैं क्योंकि मंदिर विवाद को लेकर उच्चतम न्यायालय का फैसला आना है। सभी की आस्था है कि भगवान राम के पक्ष में फैसला आएगा। ऐसे में श्रद्धालु कह रहे हैं कि इस बार भगवान राम का टेंट वास खत्म होगा।
यह टेंट में भगवान राम का आखिरी दर्शन होगा। इसके बाद जब हम अगली बार आएंगे तो भगवान राम अपने महल में विराजमान होंगे। गोरखपुर से आए एक श्रद्धालु रामप्रसाद ने कहा कि उम्मीद है कि रामलला के टेंट में प्रवास का आखिरी साल होगा। जब अगली बार आएंगे तो भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे।
परिक्रमा मेला में श्रद्धालुओं द्वारा जय श्रीराम के नारे बराबर लगाए जा रहे हैं। परिक्रमा आज सुबह छह बजकर पांच मिनट पर शुरू हुई जो कल छह नवम्बर को सात बजकर उन्चास मिनट पर समाप्त होगी।
पूरे परिक्रमा मार्ग को जोन सेक्टर और माइक्रो सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पूरे मेला क्षेत्र पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है। साथ ही स्नान घाटों पर बैरीकेडिंग कर जल पुलिस निगरानी कर रही है। उन्होंने बताया कि पन्द्रह लाख से ज्यादा की संख्या में इस बार श्रद्धालु परिक्रमा कर रहे हैं। इसकी सुरक्षा के लिये एटीएस रैपिड एक्शन फोर्स और खुफिया विभाग भी मेला में सक्रिय है।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए एटीएस कमांडो की तैनाती के साथ-साथ छह कम्पनी पीएसी, पांच एडीशनल एसपी, पन्द्रह डिप्टी एसपी, तीन पुलिस निरीक्षक, पांच सौ होमगार्ड, एक सौ पचास कांस्टेबिल सहित जल पुलिस सादी वर्दी में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
मान्यताओं के मुताबिक चौदह कोसी परिक्रमा का सीधा सम्बन्ध मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चौदह वर्ष के वनवास से है। कार्तिक की अमावस्या अर्थात् दीपावली के नवें दिन लाखों श्रद्धालु यहां आकर एक निर्धारित मार्ग पर अयोध्या और फैजाबाद नगर के चारों तरफ नंगे पांव पैदल चलकर अपनी-अपनी परिक्रमा पूरी कर रहे हैं।