नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए 100 लाख करोड़ रुपये के निवेश की गुरुवार को घोषणा की साथ ही जनसंख्या विस्फोट रोकने के लिए जनजागरण की आवश्यकता जताई। उन्होंने जल संरक्षण को मिशन के तौर पर आगे बढ़ाने तथा प्लास्टिक को अलविदा करने की देशवासियों से अपील भी की।
मोदी ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से अपने सम्बोधन में कहा कि देश के सामने कई तरह की चुनौतियां हैं, लेकिन देश को ऊचाइयों पर ले जाना है और विश्व में अपना स्थान बनाना है। उन्होंने कहा कि हमें अपने घर में ही गरीबी से मुक्ति पर बल देना है और यह किसी पर उपकार नहीं है।
उन्होंने 21वीं सदी में भारत को मजबूत बनाने के बारे में विचार करने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम लोगों के सपने पूरा करने और 21वीं सदी के भारत के बारे में सोचना शुरू करें।
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले लोग यह सोचते थे कि क्या देश बदलेगा या क्या बदलाव हो सकता है? लेकिन आज लोग यह कह रहे हैं, हां मेरा देश बदल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र लेकर साथ चले थे, लेकिन पांच साल में ही देशवासियों ने ‘सबका विश्वास’ के रंग से पूरे माहौल को रंग दिया है।
मोदी ने कहा कि यदि 2014 से 2019 तक आवश्यकताओं की पूर्ति का दौर था तो 2019 के बाद का कालखंड देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति और उनके सपनों को पूरा करने का कालखंड है। देश में आज 21वीं सदी की आवश्यकता के मुताबिक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है और इस पर 100 लाख करोड़ रुपये निवेश करने का फैसला किया गया है।
हमारी कोशिशें गंगा की धारा जितनी पवित्र, सभी देशहित में काम करें : मोदी