अमरोहा। उत्तर प्रदेश में अमरोहा जिले के हसनपुर इलाके में नाबालिग छात्रा का अपहरण कर गैंगरेप का विरोध करने पर आरोपियों ने उसे गोली मारने का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के रुखालू गांव 16 वर्षीय नाबालिग छात्रा का बेखौफ बदमाशों ने सरेआम अपहरण कर लिया। आरोप है कि गैंगरेप का विरोध करने पर छात्रा को गोली मारकर घायल कर दिया।
घायलावस्था में छात्रा को गुप्त तरीके से इलाज के लिए ले जाने के दौरान सूचना के आधार पर पुलिस घायल छात्रा को हापुड़ निवासी बिलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की। गंभीर रूप से घायल किशोरी को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि हसनपुर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली किशोरी के एक युवक से प्रेम संबंध थे। उसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद आरोपी किशोरी को गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर एक स्कूल में ले गए। यहां प्रेमी और उसके दोस्तों ने उसके के साथ सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास किया।
किशोरी के मिन्नत करने पर वे लोग हैवानियत पर उतर आए और विरोध करने पर उसके पैर में गोली मार दी। इस मामले में हसनपुर कोतवाली में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तफ्तीश के बाद ही खुलासा हो सकेगा की छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना हुई या नहीं।
गौरतलब है कि थाना आदमपुर क्षेत्र में बेटी के जिंदा होने के बावजूद पुलिस ने बाप-बेटे समेत तीन लोगों को हत्या के जुर्म में जेल भेज दिया था। फर्जी हत्या की घटना का खुलासा पुलिस अधीक्षक ने किया गया था, लेकिन बेटी के जिंदा पेश होने के बाद अमरोहा पुलिस की जमकर फजीहत हुई थी।
इससे पहले भी झूठे आरोप लगा कर निर्दोषों को जेल भेजने जैसी बदनामी पुलिस को झेलनी पड़ी थी। जिले में आए दिन चोरी, हत्या, राहजनी की घटनाओं के बाद अब नाबालिग छात्रा के अपहरण के बाद गैंगरेप का विरोध करने पर उसे गोली मारने घटना से अमरोहा पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है।