सिलहट। ब्रैंडन मावुता और सिकंदर रज़ा के सात विकेटों की बदौलत जिम्बाब्वे ने मंगलवार को बंगलादेश को यहां 151 रन से हराकर पांच वर्ष बाद जाकर पहली बार टेस्ट जीत का स्वाद चखा, साथ ही विदेशी जमीन पर 17 वर्षाें के लंबे इंतजार के बाद टेस्ट जीतने का सूखा भी समाप्त कर दिया।
पदार्पण खिलाड़ी लेग स्पिनर मावूता ने 21 रन पर चार विकेट और ऑफ स्पिनर रज़ा ने 41 रन पर तीन विकेट लेकर मेजबान बांग्लादेश की दूसरी पारी को पहले मैच के चाैथे ही दिन निपटा दिया। अन्य पदार्पण खिलाड़ी वेलिंगटन मस्काद्जा ने भी दो विकेट निकाले। बांग्लादेश की टीम को 321 रन के लक्ष्य का सामना करना था लेकिन जिम्बाब्वे की गेंदबाजी के सामने टीम 63.1 ओवर में 169 रन पर सिमट गई।
लेफ्ट आर्म स्पिनर मस्काद्जा ने बांग्लादेश की पारी का आखिरी विकेट लिया और आरीफुल हक (38) को आउट कर जिम्बाब्वे को पांच वर्ष बाद उसकी पहली टेस्ट जीत दिला दी। आखिरी बार हरारे में जिम्बाब्वे ने 2013 में पाकिस्तान को हराया था। यह जिम्बाब्वे की विदेशी जमीन पर 17 वर्षाें में पहली टेस्ट जीत भी है। आखिरी बार 2001 में चटगांव में उसने बंगलादेश को हराया था।
मैच में रज़ा ने ओपनिंग सत्र में ही बांग्लादेश के तीन विकेट निकाल लिए थे जबकि काइल जारविस और मावुता ने एक एक विकेट लेकर लंच ब्रेक तक 111 रन पर ही मेजबान टीम के पांच विकेट उड़ा दिए।
बांग्लादेश ने जब वापिस पारी की शुरूआत की और जल्द ही एक और विकेट गंवा दिया। मैच के तीसरे दिन खराब रौशनी के कारण समय की बर्बादी के कारण चौथे दिन मैच को सुबह आधे घंटे पहले शुरू किया गया था।