नयी दिल्ली । लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में अन्नाद्रमुक और तेलु्गू देशम पार्टी के 19 सदस्यों को चार दिन के लिए सदन की कार्यवाही से आज निलम्बित कर दिया।
एक बार के स्थगन के बाद 12 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो तेदेपा और अन्नाद्रमुक के सदस्य अपनी अपनी मांगों के समर्थन में सदन के बीचों बीच आकर हंगामा करने लगे। अध्यक्ष सदन के पटल पर जब आवश्यक दस्तावेज रखवा रही थी ,इसी दौरान दोनों दलों के सदस्य नारेबाजी करते रहे। कुछ सदस्य कागज के टुकड़े उछालते रहे जिससे आसन के सामने कागजों के टुकड़ों का ढेर लग गया।
सदन का जरूरी कामकाज निपटाने के बाद श्रीमती महाजन ने सदस्यों को चेतावनी दी कि वे अपने स्थान पर लौट जाएं और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने दें। उन्होंने यह चेतावनी दो बार सदस्यों को दी लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
अध्यक्ष ने कहा “मैं बार बार आपको चेतावनी दे रही हूं। आप मेरी बात नहीं सुन रहे हैं और सदन का लगातार अपमान कर रहे हैं। सदन की कार्यवाही में अवरोध पैदा कर व्यवस्था को भंग कर रहे हैं। मैं नियम 374-ए के तहत अाप के नाम ले रही हूं। इस नियम के तहत नाम लेने के बाद आप स्वत: ही चार दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलम्बित हो जाते हैं।”
श्रीमती महाजन ने हंगामा कर रहे तेदेपा के 12 और अन्नाद्रमुक के सात सदस्यों के नाम लिए और उसके तुरंत बाद सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी।