हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में पीलीबंगा थाना क्षेत्र के दुलमाना गांव में 60 वर्षीय एक बुजुर्ग विधवा महिला की गला दबाकर हत्या कर दी गई। आरोपी युवक ने हत्या के बाद में महिला की लाश से दुष्कर्म भी कया।
थाना प्रभारी इंद्र कुमार ने बताया कि आरोपित युवक सुरेंद्र उर्फ मांडिया (20) को हिरासत में ले लिया गया है। उसकी मानसिक हालत कुछ ठीक नहीं लग रही। उसका मनोविश्लेषण करवाया जा रहा है।
सुरेंद्र उर्फ मांडिया के विरुद्ध मृतक महिला गुड्डी उर्फ सुनीता (60) के देवर बनवारी लाल द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर हत्या दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक सुनीता ने उसे घर आकर बताया कि कुछ देर पहले सुरेंद्र गलत नियत से घर में घुस आया था। छेड़खानी करने लगा तो उसने डांट कर भगा दिया। जाते हुए सुरेंद्र उसका मोबाइल फोन उठा ले गया।
सुनीता ने देवर से कहा कि वह उसे मोबाइल फोन दिलाए। बनवारीलाल के मुताबिक उसने भाभी सुनीता से कहा कि वह रात को उसके यहां ही सो जाए। सुबह सुरेंद्र से मोबाइल फोन ले आएंगे लेकिन घर में पशु होने के कारण सुनीता वापस अपने घर सोने चली गई।
रात लगभग एक बजे पड़ोसी राजा राम ने आकर बताया कि उसकी भाभी की लाश घर में पड़ी है। इस पर वह कुछ लोगों को लेकर भाभी के घर गया तो वह मृत पड़ी थी।
आसपास के लोगों ने कुछ देर पहले सुरेंद्र को इस घर से संदिग्ध अवस्था में निकलते हुए देखा था। बनवारीलाल ने मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि सुरेंद्र ने गला दबाकर हत्या करने के बाद सुनीता से दुष्कर्म किया।
पुलिस ने आरोपी सुरेंद्र को हिरासत में ले लिया गया है। वह मजदूरी करता है। नशा करने का भी आदी है। उसकी मनोदशा भी कुछ ठीक नहीं लग रही।
खेत में नया कुआं खोद रहे दो मिस्त्री मिट्टी देने से दबे
हनुमानगढ़ जिले में रावतसर थाना क्षेत्र के गांव न्यौलखी में गुरुवार को एक खेत में खोदे गए नए कुएं की मिट्टी ढह जाने से दो युवा मिस्त्री दब गए। घटना के बाद प्रशासन ने बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव के कार्य शुरू किए, लेकिन देर शाम तक दोनों को निकाला नहीं जा सका था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार न्यौलखी में आदराम से गांव के खेत में नए खोदे गए कुए की मिट्टी अचानक ढह गई। उस समय दो युवा मिस्त्री आशाराम जाट (25) और दीनदयाल स्वामी (26) निवासी नाथवाना, लूणकरणसर जिला बीकानेर लगभग 80 फुट की गहराई पर अपना काम खत्म कर ऊपर आ रहे थे।
दोनों को बाहर निकालने के लिए ऊपर लगाई गई पुली से रस्सा डोली द्वारा खींचा जा रहा था। अचानक रस्सा पुली से उतर गया और दोनों नीचे जा गिरे। तभी कुए की मिट्टी भी ढह गई। अचानक हुए इस हादसे से अफरा-तफरी मच गई। आसपास के खेतों से लोग भाग कर आए, लेकिन इतनी ज्यादा गहराई पर होने के कारण वे कुछ नहीं कर सके। तत्काल जिला प्रशासन को सूचना दी गई।
घटना की सूचना पर रावतसर से एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस कर्मी कुछ ही देर में घटनास्थल पर आ गए। राहत और बचाव के कार्य शुरू कर दिया गए। मौके पर मौजूद एक सरकारी कर्मचारी ने बताया कि यह कुआं लगभग 80 फुट गहरा है। इसमें 60 फुट की गहराई तक सीमेंट के बड़े डायामीटर साइज के पाइप लगाए हुए हैं। इसके बाद लगभग 20 फुट कुआं कच्चा है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पहले दो जेसीबी और 5-6 ट्रैक्टर मंगवाए गए लेकिन बार-बार मिट्टी के ढहने के कारण बचाव कार्य में परेशानी आने लगी। दोपहर को छह और जेसीबी और ट्रैक्टर मंगवाए गए।
6 जेसीबी मशीनें और करीब 25 ट्रैक्टर मिट्टी हटाने में लगे हुए हैं। रावतसर के एसडीएम ने तहसीलदार और पुलिसकर्मी तथा काफी संख्या में लोग दोनों युवा मिस्त्रियों के जीवित बच जाने के चमत्कार की उम्मीद भी लगाए हुए हैं।