लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरूवार को हुई व्यापक हिंसा को लेकर करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 300 लोग नजरबंद किये गये हैं ।
पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने शुक्रवार को हिंसा वाले इलाके पुराने लखनऊ के हसनगंज इलाके का दौरा किया और अधिकारियों को निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से पहचान किये गये लोग गिरफ्तार किये गये हैं ।उन्होंने इस आरोप से इंकार किया कि गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने महिलाओं के साथ बेअदबी की और किचन के सामान फेंक दिये । सच तो ये है कि गिरफ्तार लोगों ने ही कल पुलिस पर हमला किया था और आगजनी की थी ।
पुलिस ने हिंसा वाले इलाके में आज फ्लैग मार्च भी किया । जुमे की नमाज होने के कारण लगभग सभी मस्जिदों के आस पास पुलिस का खास पहरा है । पुलिस चप्पे चप्पे पर नजर रख रही है ।
प्रशासन ने राजधानी में इंटरनेट सेवा पर शनिवार शाम तक रोक लगा दी है । इसके अलावा अन्य 15 जिलों में भी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है । सोशल साइट पर भड़काऊ पोस्ट करने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 13 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है ।
पूरे लखनऊ को 32 सेक्टर में बांट दिया गया है । जुमे की नमाज को लेकर आज जिला प्रशासन ने मुस्लिम धर्म गुरूओं से बात की और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की ।