कन्याकुमारी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि 130 करोड़ भारतीय उनके परिजन हैं और वह इनकी खातिर जीएंगे और मरेंगे।
मोदी ने यहां कई रेल और सड़क विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनका परिवार 130 करोड़ भारतीय हैं जिनके लिए वह जीएंगे और उनकी खातिर ही मरेंगे। उन्होंने कहा कि मैं उनका भाग्य सुधारने के लिए सार्वजनिक जीवन में हूं।
उन्होंने संभावना व्यक्त की कि आगामी चुनाव भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा। उन्होंने कहा कि 2019 के चुनावों में लोगों काे इन दो मोर्चाें के बीच चुनाव करना है।
उन्होंने कहा कि एक ओर राजग मजबूती और स्थायित्व देता है वहीं कांग्रेस कमजाेरी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि राजग की कार्य संस्कृति के बारे में सभी को पता है लेकिन उनके पास (कांग्रेस) कोई नेतृत्व नहीं है।
मोदी ने कहा कि उनका (कांग्रेस का) राष्ट्र या लोगों के प्रति कोई लक्ष्य या हित नहीं है तथा वे शर्मनाक ढंग से भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं।
मोदी ने कांग्रेस और द्रमुक के बीच बने गठबंधन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वर्ष 2009 के चुनावों के बाद द्रमुक को किस प्रकार कैबिनेट में स्थान मिला। इन मंत्रियों का चयन तत्कालीन प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि उस व्यक्ति ने फोन पर किया जो जन सेवा से जुड़ा ही नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री पद के लिए सौदेबाजी की गई।
उन्होंने कहा कि हम भारतीयों के लिए काम करने के लिए हैं न कि किसी एक परिवार को प्रोत्साहित करने के लिए। देश के विकास तथा गरीबों में भी गरीब के सपनों को साकार करने वाले भारत के निर्माण के लिए काम करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के शासन काल में सामाजिक न्याय महज एक नारा बनकर रह गया था। उन्होंने कहा की कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के शासनकाल मेें दलितों के विरुद्ध अत्याचार की कई घटनाएं हुई।
उन्होंने कांग्रेस पर संविधान निर्माता बाबासाहेब बीआर अंबेडकर को चुनावों में दो बार पराजित करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कांग्रेस की आर्थिक संस्कृति की चर्चा करते हुए कहा कि इससे केवल सत्तारूढ़ परिवार और उनके आस-पास के करीबी लोगों को ही फायदा होता है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ बोलने वाले केवल एक नेता थे, वह थे सी राजागोपालाचारी।
मोदी ने कहा कि राजाजी तमिलनाडु से आते थे और हम उनकी नीतियों को लागू कर रहे हैं। इसी वजह से भारत वैश्विक सूचकांक के अनुसार व्यवसाय में भी काफी सफलता अर्जित कर रहा है।