सबगुरु न्यूज़ । लोकसभा चुनाव 2019 में हर पार्टी अपनी जीत का दावा कर रही है। आखिर जीत किसकी जीत होगी यह भविष्य के गर्त में छिपा है। विजयी होकर सरकार बनाने के सपने देखने में हर पार्टी और उसके नेता लगे हैं। बड़ी बात यह है कि सत्ता हसिल करने के लिए नेता जाने अनजाने में अनरगल टिप्पणियां करने से भी बाज नहीं आ रहे जो आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आती हैं।
हालांकि चुनाव आयोग ने भी ऐसे नेताओं के प्रति सख्त रुख अख्तियार करते हुए उन पर दंड के रूप में चुनाव प्रचार करने पर बैन लगाने से गुरजे नहीं किया।
कांग्रेस खुद परेशान की किसे बनाये प्रधान मंत्री
इन चुनावों में बडा मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है। दोनों ही दल अपने अपने सहयोगियों की फौज के साथ चुनावी समर में कूदे हैं। भाजपा ने जहां अगले प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी का चेहरा आगे रखा है वहीं कांग्रेस तथा गठबंधन में शामिल उसके सहयोगी दलों की तरफ से फिलहाल प्रधानमंत्री कौन बनेगा यह तय नहीं है।
कुछ समय पहले तक कांग्रेस की ओर से अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम को आगे बढाया जा रहा था। चुनाव प्रचार की कमान भी वे ही संभाले रहे। अब जबकि कांग्रेस को लगने लगा कि अकेले राहुल गांधी से बात नहीं बनेगी तो उनकी बहन प्रियंका गांधी को भी मैदान में उतार दिया।
अब कांग्रेस में प्रधानमंत्री के रूप में निकलकर आने वाले दो चेहरे हैं। एक राहुल गांधी और दूसरी प्रियंका गांधी वाड्रा। अभी तो चुनावी समर चल रहा है। वोटो की गिनती के बाद कांग्रेस और उसके सहयोगी दल यदि बहुमत हासिल कर लेंगे तो बात आगे बढेगी।
बीजेपी का कांग्रेस से दो दो हाथ
इस बीच बीजेपी और सहयोगी दल नरेंद्र मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए चुनावी माहौल में कांग्रेस से दो-दो हाथ कर रहे हैं। केन्द्र में भाजपा नीत एनडीए सरकार के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी का एक ऐसा नाम है जिन्होंने अपने दम पर कुछ अलग हटकर करने की कोशिश की।
बीजेपी से ज़्यदा दिख रही मोदी सरकार
यह कहना गलत नहीं होगा कि मोदी अब देश की सीमाओं से बाहर विदेशों तक एक जाना पहचाना चेहरा हो चुके हैं। आलम यह भी है कि मोदी अब बीजेपी से बड़े हो गए हैं। यदि आप किसी सड़क पर या किसी जगह लगे बीजेपी के बैनर या हार्डिंग देखते हैं तो उस पर भी भाजपा का नाम तो छोटा सा होता है और मोदी का फोटो सामान्य से भी बडा।
बीजेपी भी अब मोदी के नाम को ब्रांड के रूप में इस्तेमाल करने से नहीं चूक रही। जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के पास मोदी के बराबर या मोदी को सीधे टक्कर देने वाला नेता नहीं है।
कौन है लोगो की पसंद
विपक्ष दल काफी परेशान है और इस नाम को लोगों के जेब से निकालने के लिए कई तरह के प्रयास करते रहते हैं आपको यह भी बता देते हैं पब्लिक सर्वे के अनुसार 76% लोगों का कहना है दोबारा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बनेंगे वहीं कांग्रेसका वजन थोड़ा सा कम नजर आया क्योंकि कई लोग कांग्रेस को तो सत्ता में आने देना चाहते हैं।
लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी का चेहरा नहीं देखना चाहते यह एक अनुमानित सर्वे के अनुसार बताई गई बात है इसके अलावा गठबंधन भी अपनी जोर आजमाइश पूरी तरीके से कर रहा है और लोकसभा की सीटों में अपनी जगह बनाने का प्रयास कर रहा है अब इसका जवाब चुनाव परिणाम मिलेगा प्रधानमंत्री के रूप में किसका चेहरा निकल कर सामने आता है।
मोदी ने 15 लाख के लिए क्या कहा था
मोदी ने काले धन का सच बताते हुए यह कहा कि “जो चोर लुटेरे हैं उनका काला धन जो कि भारत के बाहर जमा है अगर वह रुपया वापस आ जाए तो इतना धन आएगा की हर एक भारतीय नागरिक को मुफ्त में 15-20 लाख रुपए यूं ही मिल जाएगा“। इस पंक्ति पर ध्यान दीजिएगा कहीं पर भी नरेंद्र मोदी ने 15 लाख रुपए बैंक में जमा कराने की बात नहीं की है कि यदि वह पीएम बन जाएं तो पूरा पढ़े