अजमेर। मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा राजस्थान के अजमेर के महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में शनिवार से 21 दिवसीय अभिविन्यास पाठ्यक्रम शुरु किया गया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात शिक्षाविद एवं राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के भाषा सम्मान से सम्मानित डॉ. योगेन्द्रनाथ शर्मा ने कहा कि भौतिक विकास के साथ ही जीवन के मूल्य क्षीण होते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को भी सैनिकों की तरह विद्यार्थियों के हितार्थ सदैव तैयार रहना चाहिए। शिक्षक समाज के दर्पण है और उन्हें विद्यार्थियों को वही सिखाना चाहिए जो समाज और राष्ट्र के लिए लाभदायक हो। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि जीवन को गरिमामय बनाने के लिए सदैव नया सीखने के लिए तत्पर रहे।
इस मौके पर केंद्र के निदेशक प्रो. शिवदयाल सिंह ने बताया कि पाठ्यक्रम में असम, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात से जुड़े चालीस महाविद्यालयों के शिक्षक शिरकत कर रहे हैं जिन्हें देश के जाने माने विषय विशेषज्ञ शिक्षा, शिक्षण एवं प्रभावी शैक्षिक प्रबंधन के लिये प्रशिक्षण देंगे। कार्यक्रम में प्रो. अरविन्द पारीक, डॉ. आशीष पारीक व डॉ. राजू शर्मा भी उपस्थित रहे।