सिरोही/जयपुर/आबूरोड। गुजरात में राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा चढा हुआ है। कांग्रेस के तीन विधायकों के भाजपा में जाने से कांग्रेस सकते में आई कांग्रेस अब और जोखिम नहीं लेना चाहिती। ऐसे में उसने अपने बाकी विधायकों को बचाने के लिए बाड़े बंदी की हैं। जिसके चलते कांग्रेस के 22 विधायकों को अम्बाजी से सटे राजस्थान के आबूरोड तहसील के जाम्बुड़ी स्थित वाइल्ड विंड रिसोर्ट मे ठहराया गया है।
विधायकों को लाने की गुपचुप योजना लीक हो जाने से अब प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार भी विपक्ष के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस विधायकों को आबूरोड के रिसोर्ट में ठहराए जाने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे आबूरोड पालिकाध्यक्ष व भाजपा नेताओं ने लॉकडाउन की उल्लंधन करने पर नाराजगी जाहिर की साथ ही उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इस पर डीएसपी, शहर व सदर थानाधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन, पुलिस रिसोर्ट के बाहर ही तैनात रही।
बतादें कि राज्यसभा के आगामी 19 जून को होने वाले चुनाव के चलते गुजरात में राजनीति की चौसर पर चाले चलना शुरू हो चुकी है। मोहरों को आगे पीछे-करने की रणनीति भी परवान पर है। इसी के चलते लॉकडाउन में ठंडी पड़ी गुजरात की राजनीति में उबाल आया हुआ है। राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के तीन विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। अचानक हुए इस उलटफेर से कांग्रेस सकते में आ गई।
नतीजतन, कांग्रेस के 22 विधायकों को गुजरात से बाहर भेजे जाने की रणनीति बनाई गई। जिसके चलते बाइस विधायकों को गंजरात के शक्तिपीठ अंबाजी से सटे राजस्थान के जाम्बुड़ी में वाइल्ड विंड रिसोर्ट में ले जाया गया साथ ही रिसोर्ट के बाहर सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए।
सुदूर वनवासी अंचल में बने रिसोर्ट में विधायकों के पहुंचने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। मौके पर पहुंचे पालिकाध्यक्ष, भाजपा के ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनीष मोरवाल, स्वयं उपाध्याय, अशोक चौधरी ने लॉक डाउन का उलंघन होने पर नाराजगी जाहिर की।
राजस्थान में होटल, रेस्टोरेंट आदि बंद होने के बावजूद विधायकों को रिसोर्ट में ठहराने पर आपत्ति जताई। साथ ही उच्चाघिकारियों को सूचना दी। इस पर डीएसपी प्रवीण कुमार, शहर कोतवाल अनिल विश्नोई, सदर थानाधिकारी आनंद कुमार मौके पर पहुंचे।
सूत्र बताते हैं कि गुजरात कांग्रेस के विधायकों को टूट से बचाने के लिए की गई व्यूह रचना में कांग्रेस के पूर्व उपमुख्य सचेतक रतन देवासी की महत्पपूर्ण भूमिका रही। जिसके चलते राजस्थान के सूदुर आदिवासी क्षेत्र जाम्बुड़ी की वाइल्ड विंड रिसोर्ट में गुजरात के कांग्रेस के विधायकों के ठहरने के इंतजाम किए गए। पूरे व्यूह की रचना को देवासी की ओर से अंजाम दिया गया।
गहलोत सरकार कोरोना नियमों की उड़ा रही धज्जियां
इस बीच राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पॉलिटिकल टूरिज्म के नाम पर गुजरात के कांग्रेस विधायकों की सिरोही जिले में आबूरोड स्थित एक होटल में बाड़ाबंदी कर वैश्विक महामारी कोरोना के चलते राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 तथा सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ा रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
राठौड ने आज बयान जारी कर कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते केन्द्र सरकार की एडवाइजरी पर राज्य सरकार ने आठ जून से रेस्टोरेंट, होटल एवं मॉल्स को खोलने का फैसला किया है जबकि इससे पहले राजस्थान में सारे होटल एवं मॉल्स बंद होने के बावजूद राज्य सरकार ने किन अधिकारों का उपयोग करते हुए 48 घंटे पूर्व होटल खुलवाया और होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी कराई गई।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के अंदर दो कानून लागू करने की बात करने वाली कांग्रेस सरकार की जितनी भर्त्सना की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरेआम राजस्थान महामारी अधिनियम का उल्लंघन हो रहा था जिस पर जागरूक लोगों ने जब एफआईआर दर्ज कराने की बात कही तो उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
राठौड़ ने कहा कि इससे ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने वाली इस सरकार की कलई खुल गई है। आज देश के अंदर बिखरती हुई कांग्रेस को एकजुट करने के लिए जिस प्रकार की बाडाबंदी कांगेस पार्टी को करनी पड़ रही है, उसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है।