अजमेर। सिन्धुदर्शन लेह लद्धाख पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए राजस्थान सरकार ने तीर्थयात्रियों की न्यूनतम 60 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष कर दी है।
सिन्धु सभा ने राज्य सरकार से यह भी मांग की है कि यात्री आयकरदाता न हो व केन्द्र सरकार, राज्य सरकार, केन्द्र व राज्य सरकार के उपक्रम, स्थानीय निकाय से सेवानिवृत कर्मचारी या अधिकारी न होने की शर्त को भी हटाया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग यात्रा का धर्मलाभ लें सकें।
प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि 22वीं सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा 2018 आगामी 23 से 26 जून को लेह लद्धाख में आयोजित की जाएगी। इस बार राजस्थान से 200 तीर्थयात्रियों के सम्मिलित होने का लक्ष्य रखा गया। यात्रा भारतीय सिन्धु सभा व हिमालय परिवार सहित विभिन्न संगठन मिलकर आयोजन करेंगे।
सिन्धु सभा ने न्यूतम उम्र घटाए जाने के सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए सिन्धु घाट व सिन्धु भवन पर विस्तार कार्य, चार दिवसीय लेह लद्धाख में स्वागत व भ्रमण समारोह, सिन्धु घाट पर उत्सव, पूजन व सांस्कृतिक कार्यक्रम, पेगांग झील भ्रमण के साथ पोलो ग्राउण्ड पर होने वाले सांस्कृति कार्यक्रम पर भी चर्चा की।
यात्रा पांच मार्गो से चलेगी
यात्रा संख्या एक हवाई मार्ग दिल्ली-लेह-दिल्ली होगी शेष चार यात्राएं सडक मार्ग से एसडी 2 चण्डीगढ-लेह-चण्डीगढ, एसडी 3 जम्मू-लेह-जम्मू, एसडी 4 जम्मू-लेह-चण्डीगढ, एसडी 5 चण्डीगढ-लेह-जम्मू होकर चलेगी।