कोयम्बटूर। जेके टायर एफएमएससीआई नेशनल रेसिंग चैम्पियनशिप का 23वां संस्करण शुक्रवार से यहां के चेट्टीपलयम के कारी मोटर स्पीडवे में शुरू होगा। इसके साथ लम्बे समय बाद इस सर्किट पर फार्मूला कारों का शोर सुनने को मिलेगा। आयोजकों ने इस वार्षिक आयोजन के दौरान कोरोना महामारी से निपटने के लिए सख्त प्रोटोकॉल्स रखे हैं। ये प्रोटोकॉल्स इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के होंगे। ऐसा खिलाड़ियों, टीमों, सपोर्ट स्टाफ, आयोजकों और मीडिया की सुविधा को देखते हुए किया गया है।
जेके टायर मोटरस्पोटर्स के प्रमुख संजय शर्मा ने कहा, हमने देश तथा दुनिया भर में पालन किए जा रहे सभी प्रोटोकॉल्स का अध्ययन किया और फिर खिलाड़ियों, टीमों, सपोर्ट स्टाफ, आयोजकों और मीडिया की सुविधा को देखते हुए इन नियमों का सख्ती से पालन करने का फैसला किया। इस मुश्किल समय में हमें खुशी है कि हम एफएमएससीआई कैलेंडर के एक बहुत ही महत्वपूर्ण इवेंट का आयोजन करा पा रहे हैं।
जेकेएनआरसी के इस सीजन में दो वर्गों में मुकाबले होंगे। पहला जेके फार्मूला एलजीबी 4 के तहत द नेशनल चैम्पियनशिप क्लास होगा। इसमें भारत में बनी सिंगल सीटर रेसिंग कार होगी, जिसका वजन 450 किग्रा होगा और जिसमें 1.3 लीटर का इंजन लगा होगा। दूसरा, जेके टायर नोवाइस कप होगा, जिसमें रुकी चालक हिस्सा लेंगे। इस कटेगरी में एक तरह दिखने वाले 1300 सीरीज की कारें होंगी लेकिन इन सबका चेसी का डिजाइन और सस्पेंशन जियोमेट्री अलग हो सकता है। इस साल जेके टायर नोवाइस कप में कुल 20 चालक हिस्सा ले रहे हैं जबकि पहली कटेगरी में देश के श्रेष्ठ 26 चालक प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे।
तीन दिनों में कुल 12 रेस आयोजित की जाएंगी। हर दिन चार रेस होंगी, जिनमें पहले दिन को क्वालीफाईंग राउंड भी शामिल हैं। इन रेसों के जरिए चालकों की फिटनेस ही नहीं बल्कि उनकी तैयारी और उनके एंड्योरेंस की भी परीक्षा होगी। यह देखना रोचक होगा कि चालकों ने अपनी तकनीकी टीम के साथ किस तरह का संयोजन बनाया है।