इस्लामाबाद। पाकिस्तान हिंदू परिषद(पीएचसी) ने देश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और तीर्थस्थल भ्रमण के लिए 250 हिंदुओं के समूह को आमंत्रित किया है।
पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक ये समूह परमहंसजी महराज की ‘समाधि’ स्थल जायेंगे, जो एक संत थे और उनका निधन पाकिस्तान में करक जिला के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के तेरी गांव में हुआ था।
पीएचसी के संरक्षक रमेश कुमार वनक्वानी ने बताया कि भारत, संयुक्त अरब अमिरात और अमेरिका से हिंदू तीर्थयात्री एक जनवरी को ‘समाधि’ स्थल जाने के लिये पेशावर पहुंचेंगे। पीएचसी ने पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा के समन्वय से इस कार्यक्रम का आयोजन किया है।
वनक्वानी ने कहा कि यह दूसरी बार है, जब परिषद ने अन्य देशों के हिंदू तीर्थयात्रियों को आमंत्रित किया है ताकि वे स्वयं पाकिस्तान में एक सहिष्णु और बहुवादी समाज के अस्तित्व को देख सकें।
पिछले महीने भारत, कनाडा, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और स्पेन से 54 हिंदुओं ने पाकिस्तना का दौरा किया था, जिसका नेतृत्व परमहंसजी महाराज के पांचवें उत्तराधिकारी श्री सतगुरुजी महाराज जी ने किया था।
पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद ने पिछले महीने तेरी मंदिर में हिंदू समुदाय के स्थानीय लोगों के साथ एकजुटता दिखाने और देश के अन्य हिस्सों से तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए दिवाली मनाई थी।
‘तेरी मंदिर’ का निर्माण 1920 में परमहंसजी महाराज के सम्मान में किया गया था। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के एक स्थानीय नेता के नेतृत्व में भीड़ ने पिछले साल 30 दिसंबर को मंदिर में तोड़फोड़ की थी। इस मंदिर पर 1997 में भी हमला हो चुका है। मुख्य न्यायाधीश अहमद के आदेश पर इस प्रांत की सरकार ने मंदिर का पुनर्निमाण कराई थी।