अजमेर। राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा का परचम अब पूरे देश में फहरा रहा है। नेशनल अचीवमेंट सर्वे में माध्यमिक शिक्षा में राजस्थान देश में पहले स्थान पर आ गया है। वहीं प्रारम्भिक शिक्षा में हम देशभर में दूसरे स्थान पर हैं।
शिक्षा के प्रति राज्य सरकार का अथक प्रयास अब विद्यार्थियों में स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। तकनीकी रूप से सक्षम करने के लिए देश में 27 हजार 900 प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए जाएंगे।
देवनानी ने बुधवार को राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में राज्य स्तरीय लैपटॉप वितरण योजना का शुभारम्भ किया। उनके साथ संसदीय सचिव सुरेश रावत, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, पुष्कर नगर पालिका अध्यक्ष कमल पाठक भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवनानी ने कहा कि राजस्थान में पिछले चार सालों में शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। पहले राजस्थान देशभर में 21वें स्थान पर था अब समग्र रूप से देश में दूसरे स्थान पर आ गया है। माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में हम देश में पहले एवं प्रारम्भिक शिक्षा में दूसरे स्थान पर आ गए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने कक्षा 3, 5 एवं 8 की परीक्षा पद्धति में बदलाव किया। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारा विद्यार्थी किसी से कम नहीं है। यह सब राजस्थान के प्रतिभाशाली शिक्षकों के कारण संभव हुआ है। सर्वे में 8वीं कक्षा की पढ़ाई में हम देश में पहले, 5वीं में दूसरे एवं 3 कक्षा की पढ़ाई में हम देश में तीसरे स्थान पर हैं।
यह परिणाम और अधिक परिष्कृत होंगे। राजस्थान के विद्यार्थी को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए प्रदेश के 27 हजार 900 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए जा रहे है। प्रदेश के एक लाख 60 हजार शिक्षकों को कम्प्यूटर की ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
स्कूलों में बनेगा भारत दर्शन गलियारा
शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को देश के इतिहास, संस्कृति और समाज से परिचित कराने के लिए सभी स्कूलों में भारत दर्शन गलियारा तैयार किया जाएगा। इसमें फोटो गैलेरी के रूप में भारत के इतिहास और संस्कृति की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि मन लगाकर पढ़ें और अपने समाज और देश को आगे बढ़ाएं।
3200 करोड़ की राशि से स्कूलों में हुए निर्माण कार्य
देवनानी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में 3200 करोड़ की लागत से रमसा के तहत निर्माण कार्य करवाए गए है। शीघ्र ही नाबार्ड से प्राप्त 600 करोड़ की लागत से 2 हजार स्कूलों में निर्माण कार्य करवाए जाएंगे। अजमेर शहर में रमसा के तहत 10 करोड़ रूपए के निर्माण कार्य करवाए गए हैं। स्कूलों को भौतिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए पूरी गम्भीरता से प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य की कल्याणकारी नीतियों से लाभ लें युवा : रावत
संसदीय सचिव सुरेश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान में पिछले चार सालों में अभूतपूर्व प्रगति की है। युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों और पीड़ितों की सहायता के लिए राज्य स्तर पर कई कल्याणकारी नीतियां लागू की गई हैं। युवाओं सहित सभी वर्गों को लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क, पानी, बिजली सहित प्रत्येक क्षेत्र में राजस्थान ने नए आयाम तय किए हैं।
इस अवसर अतिथियों ने जिले के 1405 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरण के साथ ही स्कूल में नवनिर्मित तीन कक्षा कक्षों, वर्षा जल संग्रहण केन्द्र, प्राथमिक विद्यालय में शौचालयों का निर्माण आदि कार्यों का भी लोकार्पण किया। यह सभी कार्य 35 लाख की लागत से करवाए गए हैं। कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद धर्मेन्द्र शर्मा सहित विभाग के अधिकारी, विद्यार्थी एवं अभिभावक उपस्थित थे।