जयपुर। जैपर (जयपुर) आज अपना 292वां स्थापना दिवस मना रहा है। आज भी जयपुर प्राचीन सांस्कृतिक को समेटे हुए हैं। जयपुर (Jaipur) की विरासते देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में मशहूर है। जयपुर को भारत को पेरीस भी कहा जाता है।
जयपुर का इतिहास
जयपुर (Jaipur) की नींव 18 नवंबर 1727 में तत्कालीन महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने रखी थी। बता दें, जयपुर आज भी अपनी समृद्ध भवन निर्माण-परंपरा, सरस-संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
जयपुर तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है, इस शहर की पहचान यहाँ के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों से होती है जो यहाँ के स्थापत्य की खूबी है। 1876 में तत्कालीन महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। इसके बाद से जयपुर का नाम गुलाबी नगरी भी हो गया।
पहले भी काफी बदल गया जैपर
गैटोर की छतरियां, शहर के उत्तर-पश्चिमी ओर पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग, हवामहल, आमेर महल आज भी जैपर की पहचान है। लेकिन जयपुर की खूबसूरत विरासत के बीच आज मेट्रो शुरू हो चुकी है। वहीं जयपुर का विस्तार भी दिनों-दिन होता जा रहा है।