जींद। हरियाणा में जींद पुलिस ने एमबीबीएस छात्र को झूठे दुष्कर्म मामले में फंसाने और धमकाने तथा बदनामी का भय दिखाकर ब्लैकमेल कर 10 लाख रुपए ऐंठने के मामले में कल शाम एक महिला सहित तीन लोगों को पकड़ा है।
शहर थाना पुलिस पकड़े गए आरोपी समेत नौ लोगों के खिलाफ ब्लैकमेल करने, जबरन वसूली करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उनसे पूछताछ शुरू कर रही है।
कानूनगो मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका बेटा उदयपुर राजस्थान में एमबीबीएस का छात्र है। उसकी सहपाठी महक उसकी मां अनुप्रिया, बॉयफ्रेंड गगन नागरा, चचेरा भाई प्रथम तथा उसकी सहेली सृष्टि लगातार फोन कर उसके बेटे को दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी दे रहे हैं और मामले को रफा दफा करने के लिए एक करोड़ रुपए की मांग कर रहे हैं। साथ ही आरोपी लॉरेंस बिश्नोई के करीबी होने की धमकी भी देते हैं।
पीड़ित ने बताया कि बार-बार धमकियों के चलते वह 10 अगस्त को हिसार रेस्टोरेंट में अनुप्रिया तथा प्रथम से मिला जिन्होंने बेटे का कैरियर बर्बाद होने का भय दिखाते हुए उसे धमकी दी और एक सप्ताह का समय दिया। आखिर में उन्होंने 50 लाख में मामले को निपटाने की बात कही।
अनुप्रिया ने 20 लाख रुपए की पहली किस्त देने को कहा। साथ में मिलने तथा पैसे देने की जगह को भी तय करने के बारे में बताया। किसी तरह वह 10 लाख का इंतजाम करने में सफल हो गया, लेकिन उसने पुलिस में इसकी शिकायत भी कर दी जिसके आधार पर छापामार टीम का गठन किया गया।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर तहसीलदार अजय सैनी को नियुक्त किया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने दो-दो हजार के नोटों को हस्ताक्षर कर शिकायतकर्ता को थमा दिए। संपर्क साधने पर उन्होंने गांव गुलकनी के निकट फौजी ढाबे पर बुला लिया। शिकायतकर्ता ने गाड़ी में बैठे अनुप्रिया व उसके साथियों को नोटों से भरा बैग थमा दिया।
इशारा मिलते ही छापामारी टीम ने गाड़ी में सवार लोगों को काबू कर लिया। पकड़े गए लोगों की पहचान शांतिनगर निवासी भगवती उर्फ अनुप्रिया, गांव भोडिया बिश्नोई हिसार निवासी शेर सिंह तथा तीसरे व्यक्ति की पहचान गांव बड़ोपल निवासी कुलदीप के रूप में हुई। छापामार टीम ने पकड़े गए तीनों लोगों से ऐंठी गई 10 लाख की राशि को बरामद कर लिया।
पीड़ित को ब्लैकमेल करने तथा जबरन वसूली करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। थाना शहर के जांच अधिकारी सतीश ने बताया कि एमबीबीएस के छात्र को दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देकर सहपाठी तथा उसके जानकारों द्वारा ब्लैकमेल किया जा रहा था।