गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य के सीएनजी वाहन धारकों और वाहन चालकों को आसानी से सीएनजी गैस उपलब्ध करवाने और उन्हें लम्बी लाइनों से मुक्ति दिलवाने के लिए गुजरात में बड़ी तादाद में सीएनजी पम्प शुरु करने का निर्णय लिया है।
रूपाणी ने मंगलवार को कहा कि वर्तमान में सीएनजी वाहन चालकों को सीएनजी के लिए फिलिंग स्टेशंस पर लाइन में खड़े रहना पड़ता है और सरकार के इस फैसले से उन्हें अब राहत मिल जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में अगले दो वर्ष में 300 से ज्यादा नये सीएनजी स्टेशन ‘सीएनजी सहभागी योजना’ के तहत राज्य सरकार की इकाई गुजरात गैस लिमिटेड और साबरमती गैस लिमिटेड स्थापित करेगी
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को यहां आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसमें मुख्य सचिव डॉ. जेएन सिंह, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, प्रधान सचिव एमके. दास, ऊर्जा सचिव पंकज जोशी, जीएसपीसी के एमडी श्री नटराजन और गुजरात गैस के सीईओ नितिन पाटिल के साथ ही कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इन सीएनजी स्टेशनों की स्थापना राज्य के विभिन्न शहरों तथा राजमार्गों पर की जाएगी।
बैठक में यह भी तय किया गया कि राज्य में वर्तमान में जहां पेट्रोल पम्प कार्यरत हैं, वहीं पर पेट्रोल पम्पधारक सीएनजी भी शुरु कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें सरकार से कोई अतिरिक्त मंजूरी नहीं लेनी होगी।
इस सीएनजी सहभागी योजना के अंतर्गत शहरी- नगरपालिका क्षेत्र तथा हाईवे पर सहभागीदारी मॉडल प्रणाली के तहत सीएनजी फ्रेंचाईजी (स्व संचालित डीलर) मॉडल एवं पीएसयु-ओएमसी डीलर, दो प्रकार के सीएनजी स्टेशन शामिल हैं। पीएसयु-ओएमसी डीलर के अंतर्गत ऑनलाइन सीएनजी स्टेशन (पाइपलाइन द्वारा) अथवा डॉटर बूस्टर सीएनजी स्टेशन (पाइपलाइन बगैर) शामिल हैं।
नया सीएनजी स्टेशन प्रारम्भ करने के लिए मुख्य साधन कम्पनी द्वारा उपलब्ध करवाए जाएंगे और अन्य कार्यों में सहयोग भी किया जाएगा। एनओसी और सिविल कार्य आवेदकों को करवाना होगा। आवेदक जिस स्थान पर सीएनजी स्टेशन शुरु करना चाहते हैं, उस स्थल की मालिकी आवेदक की होनी चाहिए।
रूपाणी ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग की वैश्विक समस्या के सामूहिक निराकरण के तौर पर वातावरण में कार्बन उत्सर्जन को घटाने के लिए गुजरात ने हमेशा सकारात्मक कदम उठाए हैं। डीजल- पेट्रोल की तुलना में सीएनजी ज्यादा स्वच्छ और सुरक्षित ईधन है।
गुजरात नेचरल गैस के क्षेत्र में छलांग लगा रहा है। गुजरात में पिछले 23 वर्ष में 542 सीएनजी स्टेशन खड़े किए गए हैं। आगामी दो वर्ष में ही 300 नए सीएनजी स्टेशन खड़े करके गुजरात नेचरल गैस- सुरक्षित ईधन के उपयोग में अग्रसर रहेगा।