लखनऊ । उत्तर प्रदेश से करीब 34 हजार मुस्लिम श्रद्धालु इस साल हज यात्रा को जायेंगे। पिछले पांच सालों में श्रद्धालुओं की यह तादाद सबसे ज्यादा है।
हज यात्रियों के विभिन्न जत्थे 14 जुलाई से लखनऊ,वाराणसी और दिल्ली से रवाना होंगे। लखनऊ से सबसे ज्यादा 16 हजार श्रद्धालु पवित्र मक्का के लिये प्रस्थान करेंगे।
हज कमेटी से शनिवार को प्राप्त अधिकृत जानकारी के अनुसार सूबे के अल्पसंख्यक मामलो के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण तीन जुलाई को हज यात्रियों के लिये टीकाकरण अभियान का शुभारंभ करेंगे। अधिकारियों का दावा है कि अन्य राज्यो के निर्धारित कोटा वापस लेने के कारण उत्तर प्रदेश से हज यात्रियो की तादाद में इजाफा हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि हज यात्रियों के लिये 14 जुलाई से 29 जुलाई के बीच 49 उडाने होंगी जबकि तीन जुलाई को हवाई अड्डे पर स्थित हज हाउस पर टीकाकरण किया जायेगा जबकि तीन से 10 जुलाई के मध्य हज कमेटी कार्यालय में टीकाकरण अभियान आयोजित किया जायेगा। दस जुलाई के बाद हज हाउस में टीकाकरण होगा क्योंकि हज कमेटी कार्यालय हज हाउस में स्थानातंरित हो जायेगा। टीकाकरण 29 जुलाई तक निर्बाध चलेगा, इसलिये हज यात्रा पर रवानगी से पहले किसी भी जिले के श्रद्धालु को टीका लगवा लेना चाहिये।
उन्होने बताया कि सूबे के विभिन्न जिलों से अब तक हज के लिये इच्छुक 45 हजार लोगों के आवेदन मिल चुके है जिनमें 34 हजार को स्वीकृति दी जा चुकी है। श्रद्धालुओं के लिये उडाने लखनऊ,वाराणसी और दिल्ली से होंगी। लखनऊ से 16 हजार से अधिक श्रद्धालु मक्का को जायेंगे जो पिछले पांच सालों में सबसे अधिक है। पिछले साल लखनऊ से 13 हजार से अधिक लोगो ने हज यात्रा के लिये प्रस्थान किया था।
सूत्रों ने बताया कि देश के अन्य क्षेत्रो के कोटा को छोडने की वजह उत्तर प्रदेश में हज यात्रियों की तादाद में इजाफा करने में मददगार बनी। उन्होने बताया कि हज हाउस में हाजियों को हर तरह की सुविधा मुहैया करायी जायेगी।