नई दिल्ली। देश में शुक्रवार से आज शाम तक कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की संख्या में 768 का इजाफा हुआ है और इस दौरान इस संक्रमण के कारण 36 लोगों की मौत हो गयी।
कोरोना के 768 नये मामले सामने आने के साथ ही अब तक इसके कुल 7529 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 71 विदेशी मरीज शामिल हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से पिछले 24 घंटे के दौरान 36 और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 242 हो गया है। कोरोना संक्रमित 653 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार शाम को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में अब तक 1574 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 110 लोगों की मौत हो गयी है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे के दौरान 13 लोगों की मौत हुयी और 210 लोग संक्रमित हुए हैं।
संक्रमितों की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर तमिलनाडु है जहां 911 लोग इससे पीड़ित हुए हैं और आठ लोगों की मौत हुई है। इसके बाद दिल्ली में सबसे अधिक 903 लोग संक्रमित हैं और 14 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान 183 लोग संक्रमित पाये गये और दो लोगों की मौत हुई है। मध्य प्रदेश में 443 लोग संक्रमित हैं और राज्य में एक दिन में सर्वाधिक 17 लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 33 हो गयी है।
तेलंगाना में अब तक 504 लोग संक्रमित हुए हैं और नौ लोगों की मौत हुई है। केरल में 364 लोग संक्रमित हुए हैं और दो लोगों की मौत हुई है।
राजस्थान में एक दिन में 90 लोग संक्रमित हुए और इनका आंकड़ा बढ़कर 553 हो गया तथा अब तक तीन लोगों की मौत हुई है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 433 लोग संक्रमित हैं और चार लोगों की मौत हुई है।
दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में 381 और कर्नाटक में 214 लोग संक्रमित हैं तथा छह-छह लोगों की मौत हुई है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 207 हो गयी है और चार लोगों की मौत हुुई है।
गुजरात में 308 लोग संक्रमित हैं तथा 19 लोगों की मौत हुई है।
इसके अलावा पंजाब में 11, पश्चिम बंगाल में पांच, हरियाणा में तीन तथा बिहार, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और असम में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
अग्रवाल ने बताया कि देश में 3.2 करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट उपलब्ध हैं। इस दवा की कमी नहीं है।
उन्होंने बताया कि सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए शुरू से ही सभी तरह की अग्रिम तैयारियां करती रही है और ये प्रयास आज भी जारी हैं। उन्होंने कहा कि देश में एक लाख आइसोलेशन बेड तैयार कर लिये गये हैं और 11500 आईसीयू बेड की भी व्यवस्था कर ली गयी है। सरकार दिन-प्रतिदिन ऐसी सुविधाएं बढ़ाने के उपाय में जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाता है, उसके संपर्क में आये सभी लोगों का पता लगाया जाता है और तत्काल एहतियाती उपाय शुरू कर दिये जाते हैं।
गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि पूरे देश में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय कैडेट कोर और राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े युवा अनेक स्थानों पर जरूरतमंदों को राशन, भोजन आदि उपलब्ध करा रहे हैं। कई स्थानों पर निजी संगठन भी गरीबों की मदद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने अपने एक दिशा-निर्देश में लॉकडाउन के दौरान मत्स्य पालन और उसके व्यवसाय में लगे लोगों को उनका कार्य करने की छूट प्रदान की है। इन कार्यों में लगे लोगों को इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य एहतियाती उपायाें करने होंगे। संबंधित जिला प्रशासन को कोरोना वायरस के संक्रमण से जुड़े दिशा-निर्देशों का पालन इस पूरे कार्य के दौरान सुनिश्चित कराना होगा। केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवान भी कोरोना वायरस के प्रसार काे रोकने में महती योगदान दे रहे हैं। वे लोगों को जागरुक और जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। सुरक्षा बलों के अस्पताल भी कोरोना पीड़ितों के लिए उपलब्ध कराये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है हर तरह के एहतियाती उपायों के जरिए हम कोविड-19 की कड़ी तोड़ने में सफल होंगे।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रमन गंगाखेडकर ने बताया कि अब तक कोरोना वायरस से संबंधित 171718 नमूनों की जांच की गयी है। कल 16564 नमूनों का परीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि देश भर में 146 सरकारी और 67 लैब कोरोना वायरस की जांच कार्य में लगी हैं।