कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सोमवार को लगभग 50 यात्रियों से भरी एक बस एक पुल की रेलिंग तोड़कर नहर में जा गिरी। इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई और कई लोग अभी लापता हैं। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच से ऐसा लगता है कि चालक ने बस से नियंत्रण खो दिया था। आठ घायलों को बहरामपुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दौलताबाद पुलिस के अनुसार मालदा जा रही एक बस सुबह करीब छह बजे गोबरा नहर पर बने नलिनी बस्के पुल से नहर में गिर गई। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई।
घटनास्थल पर सैकड़ों ग्रामीणों सहित बस यात्रियों के व्याकुल परिजनों की भीड़ जमा थी। वहां पानी में डूबी बस को निकालने के लिए चार क्रेनें जुटी थीं। क्रेनें बस को नहर से निकालने में सफल रहीं।
उन्होंने कहा कि दो शव नहर में तैरते मिले और बाद में क्रेन की सहायता से बस को किनारे लाने के बाद बचाव दल को बस के अंदर 34 शव मिले। मृतकों में दो बच्चे भी थे। बचाव अभियान जारी है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए बहरामपुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी परिवहन मंत्री सुभेंदु अधिकारी के साथ घटनास्थल पर पहुंची और उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने अस्पताल जाकर चिकित्सकों से बात की और घायलों का हाल जाना।
उन्होंने कुछ घायलों से भी बात की और उनके परिजनों को यथासंभव सर्वश्रेष्ठ इलाज सुलभ कराने का भरोसा दिया। उन्होंने प्रत्येक घायल को 50 हजार रुपए मुआवजे की घोषणा की।
एक घायल ने कहा कि बस नादिया जिले के शिकारपुर से आ रही थी, जिसमें लगभग 50 लोग सवार थे। इससे पहले आक्रोशित स्थानीय नागरिकों ने बचाव अभियान देर से शुरू करने का आरोप लगाकर पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और दो पुलिस वाहनों को आग लगा दी। अग्निशमन की गाड़ी पर भी पत्थरबाजी की गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।