अलवर। राजस्थान में जयपुर के कानोता थाना क्षेत्र में जामड़ोली के राधिका विहार में गत शुक्रवार अलवर जिले के अलावड़ा गांव निवासी एक परिवार के परिजनों द्वारा सामूहिक रूप से आत्महत्या कर लेने घटना से शोक संतप्त व्यापारियों ने शनिवार को अलवर के सर्राफा बाजार में अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
कानोता थाना पुलिस आभूषण कारोबारी सहित उसके परिजनों द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाने के पीछे उनकी मजबूरी एवं वास्तविक कारणों की जांच में जुटी है। व्यापारी परिवार द्वारा आत्महत्या कर लेने की घटना से अलवर एवं अलावड़ा गांव में शोक छा गया है।
गौरतलब है कि रामगढ़ थाना क्षेत्र के गांव अलावड़ा निवासी यशवंत सोनी करीब पांच वर्ष पहले अलवर से जामडोली चला गया था। राधिका विहार में रह रहे यशवंत सोनी का जब कारोबार जम गया तो वह है पत्नी ममता सोनी और दो बेटों भारत और अजीत को भी जयपुर ले गया।
यशवंत के दो छोटे भाई चेतन सोनी और यशपाल सोनी कालाकुआं क्षेत्र में रहते हैं और उनकी दुकान सर्राफा बाजार में है। व्यावसायिक कार्य विस्तार के लिए यशवंत सोनी ने किन्हीं लोगों से रकम उधार ले रखी थी।
लॉकडाउन के बाद से ही उनकी कारोबारी गतिविधियां लगभग ठप पड़ी थी और ब्याज माफिया उधार दी गई रकम चुकाने के लिए उन पर लगातार दबाव बना रहा था। कहा जाता है कि रकम वसूली के लिए ब्याज माफिया की ओर से सोनी परिवार को धमकियां भी मिल रही थी। कर्ज जाल में फंसे यशवंत सोनी, उनकी पत्नी ममता सोनी और बेटे भारत और अजीत सोनी ने शुक्रवार रात अपने घर में फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली।
जयपुर में ब्याज माफियाओं से त्रस्त व्यवसायी ने परिवार सहित की आत्महत्या