ढाका। बांग्लादेश में चटगांव के सीताकुंडा में एक निजी इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी ) में आग लगने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। मृतकों की पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है। मृतकों में पांच दमकलकर्मी भी शामिल हैं।
इस घटना में पुलिस, दमकल कर्मियों और स्थानीय लोगों सहित चार सौ से अधिक लोग जख्मी हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मृतकों की संख्या में इजाफा होने की अभी भी आशंका जताई जा रही है। चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (सीएमसीएच) के एक सूत्र ने यूनीवार्ता संग इसकी पुष्टि की।
इस दौरान, चटगांव में सभी चिकित्सकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। चटगांव सिविल सर्जन ने निजी अस्पतालों के डॉक्टरों से मुश्किल समय में सीएमसीएच समेत सभी सरकारी अस्पतालों में अपनी ड्यूटी ज्वॉइन करने का आग्रह किया है।
प्रत्यक्षदर्शियों,पुलिस और डिपो के सूत्रों के अनुसार डिपो में 50 हजार कंटेनर थे। माना जा रहा है इन कंटेनरों में किसी ज्वलनशील रसायन की वजह से आग लगी है।
इस संबंध में डिपो के निदेशक मुजीबुर्रहमान ने कहा कि आग लगने के सही कारणों का पता फिलहाल नहीं चल सका है क्योंकि डिपो के प्रबंधन विभाग में शामिल कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं।
डिपो के निदेशक मुजीबुर्रहमान ने कहा कि घायलों के उपचार का खर्चा डिपो की तरफ से वहन किया जाएगा। साथ ही मृतकों को यथासंभव मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आग के वास्तविक कारणों का पता नहीं लग पाया है क्योंकि इस अग्निकांड में डिपो के कर्मचारी भी झुलस गए हैं।