नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खरगे और दिग्विजय सिंह तथा कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में आये ज्योतिरादित्य सिंधिया और भुवनेश्वर कलिता समेत 45 नेताओं ने बुधवार को राज्यसभा की सदस्यता और गोपनीयता की शपथ ली।
राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सुबह सदन में काेरोना महामारी से बचाव के लिए लागू परस्पर सुरक्षित दूरी, मास्क और सेनेटाइजर से हाथ साफ करने के मानकों का कडाई से पालन कराते हुए नए सदस्यों को शपथ दिलायी। इस अवसर पर राज्यसभा के नेता थावर चंद गहलोत, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद , संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ,संसदीय कार्य राज्य मंत्री एस.मुरलीधरण तथा अर्जुन राम मेघवाल मौजूद थे।
नवनिर्वाचित सदस्यों ने हिन्दी, अंग्रेजी, कन्नड, तमिल और अपनी मातृभाषा में शपथ ली। कई सदस्य अपनी परंपरागत वेशभूषा में थे । मणिपुर से भाजपा के टिकट पर चुनकर आये महाराजा सानाजाओबा लिशेम्बा ने राजसी लिबास पहन रखा था । शपथ ग्रहण से पूर्व सिंधिया विपक्षी सदस्यों की ओर आये और कई सदस्यों के साथ बातचीत करते दिखाई दिये। गहलोत और जोशी ने भी विपक्षी सदस्यों के साथ बातचीत की।
यह पहली बार है कि राज्यसभा कक्ष में सदन का सत्र नहीं रहने के बावजूद शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया है। सत्र के नहीं चलने पर शपथ ग्रहण समरोह सभापति के कार्यालय में आयोजित किया जाता है। शपथ ग्रहण के दौरान सदस्यों को किसी से हाथ नहीं मिलाने और आसन के पास नहीं जाने की सलाह दी गयी। सामान्यतौर पर शपथ ग्रहण के बाद सदस्य सभापति के पास जाकर उन्हें प्रणाम करते हैं और सदन के नेता तथा अपने संसदीय दल के नेता से मिलते हैं। प्रत्येक सदस्यों को हस्ताक्षर करने के लिए अपना पेन इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी और पेन नहीं होने पर हस्ताक्षर पुस्तिका के पास रखे पेन से हस्ताक्षर करने और इसे ले जाने को कहा गया।
राज्यसभा के चुनाव 20 राज्यों में जून में कराये गये थे और इनमें 61 नये सदस्य निर्वाचित हुए। इनमें भारतीय जनता पार्टी के 17, कांग्रेस के नौ, जनता दल यू के तीन, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के चार-चार, अन्नाद्रमुक और द्रमुक ने तीन-तीन, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी , राष्ट्रीय जनता दल और तेलंगाना राष्ट्र समिति के दो-दो सदस्य है। शेष सीटें अन्य ने जीतीं है। इन नए सदस्यों में से 43 पहली बार चुने गए हैं बाकी सदस्यों ने दोबारा राज्यसभा में वापसी की है।
आज शपथ लेने वाले सदस्यों में आंध्र प्रदेश से वाईएसआर कांग्रेस के अयोध्या रामी रेड्डी, पिल्ली सुभाषचंद्र बोस और वेंटकरमना राव मोपीदेवी, अरुणाचल प्रदेश से भाजपा के नाबाम रेबिया, असम से भाजपा के भुवनेश्वर कालिता, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के बिश्वाजीत डाइमेरी और आईएनडी के अजित कुमार भुयान, बिहार से भाजपा के विवेक ठाकुर , राष्ट्रीय जनता दल के प्रेम चंद गुप्ता , जदयू के हरिवंश और रामनाथ ठाकुर, छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की फुलो देवी नेताम और केटीएस तुलसी ने सदन की सदस्यता की शपथ ली।
इनके अलावा गुजरात से भाजपा के अभय गनपतराय भारद्वाज और कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल, हरियाणा से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा और भाजपा के राम चंदर जांगडा, झारखंड से भाजपा के दीपक प्रकाश, मध्य प्रदेश से भाजपा के सुमेर सिंह सोलंकी, महाराष्ट्र से भाजपा के उदयनराजे भोसले और भगवत किसनराव कराड , शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस के राजीव सातव, मणिपुर से भाजपा के महाराजा सानाजाओबा लिशेम्बा, ओडिशा से बीजद के सुभाष चंद्र सिंह, मुजिबुल्ला खान,, सुजीत कुमार और ममता मोहंती, राजस्थान से कांग्रेस के नीरज डांगी और केसी वेणुगोपाल तथा भाजपा के राजेंद्र गहलोत, तमिलनाडु से अन्नाद्रुक के एम थंबिदुरै, टीएमसी-एम. के जीके वासन ,पश्चिम बंगाल से माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के बिकास रंजन भट्टाचार्य तथा कई अन्य सदस्यों ने भी शपथ ग्रहण की।