भीलवाड़ा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भीलवाड़ा जिले के तीन गांवों का आज दौरा किया जहां 46 लड़कियां गायब मिली और आयोग ने इनका पता लगाने के निर्देश दिए हैं।
भीलवाड़ा जिले में स्टाम्प पर बालिकाओं को बेचने के मामले की जांच के लिए भीलवाड़ा आए आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने आज इन गांवों का दौरा करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने इस मामले की जांच के लिए जिले के तीन गांव ईटून्दा, धौद एवं रजवास एवं चार स्कूलों का दौरा किया। इस दौरान आंगनबाड़ी में काम करने वालों, राशन डीलर की दुकान, एएनएम, सरपंच, ग्रामपंचायत सचिव आदि से बात की।
उन्होंने बताया कि अगर लड़कियां स्कूल आ रही है या गांव में है तो वे सुरक्षित है लेकिन वे गांव में नहीं है। उन्होंने बताया कि इस दौरान पता चला कि 46 लड़िकयां ऐसी है जो स्कूल में नहीं पढ़ रही है, इनमें 18 लड़कियों के बारे में कोई पता नहीं चला कि वह कहां है जबकि 28 लड़कियों के बारे बताया गया कि वे रिश्तेदार या अन्य गांव गई हुई है। हमने बच्चियों के परिजनों को बुलाकर कोशिश की लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली, ऐसे में इन तीन गांवों में 46 लड़कियां गायब मिली।
उन्होंने कहा कि ऐसे में इन लड़कियों की तस्करी एवं बेचे जाने की आशंका है। उन्होंने यह भी कहा कि एक जाति विशेष के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है उनके पास जोब कार्ड है लेकिन उन्हें मनरेगा में पिछले डेढ साल से काम नहीं मिला। उन्होंने प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। इसकेे बाद उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर इन 46 लड़कियों का पता लगाने के निर्देश दिए।