अगरतला। त्रिपुरा में कनिका मेमोरियल अस्पताल में ऑन-ड्यूटी डॉक्टर पर हमले और अस्पताल में तोड़फोड़ की घटना के सिलसिले में पुलिस द्वारा पांच लोगों को गिरफ्तार किए जाने के बाद ग्रामीणों के एक समूह ने बुधवार को उनोकोटी जिले के कैलाशहर थाने में प्रदर्शन किया। त्रिपुरा के उनोकोटी जिले में स्थित कनिका मेमोरियल अस्पताल गत 25 जून को तोड़फोड़ हुई थी।
पीड़ित डॉ. सत्यजीत दत्ता का अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। लोगों के एक समूह ने इलाके में एक यातायात दुर्घटना के शिकार हुए दो लोगों के शवों और तीन घायलों को लेकर अस्पताल पर धावा बोल था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक हालात गंभीर होने के कारण डॉक्टर ने सभी घायल मरीजों को कैलाशहर के जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन मरीजों को ले जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी, जिससे लोग परेशान हो गए।
इसके बाद गुस्साई भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ की और वहां खड़ी एंबुलेंस को तोड़ डाला। साथ ही, अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर पर हमला करके उन्हें बुरी तरह पीटा और उनकी नाक तोड़ दी।
लोगों के आरोपों के अनुसार बेहतर इलाज के लिए उन्हें डॉक्टर के पास जाने से रोका गया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने बुधवार को घटना के सिलसिले में मायलोंग एडीसी गांव से पांच लोगों को गिरफ्तार किया और स्थानीय अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया। इससे गुस्साए गांव के पुरुषों और महिलाओं के एक समूह ने कैलाशहर थाने के सामने प्रदर्शन किया और गिरफ्तार लोगों की रिहाई की मांग करते हुए धरना दिया।
पुलिस ने हालांकि प्रदर्शनकारियों की मांग नहीं मानी, लेकिन उन्हें आश्वासन दिया कि ग्रामीणों से परामर्श के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने उनसे डॉक्टर की पिटाई करने और अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाले दोषियों का पता लगाने के लिए जांच में सहयोग करने को भी कहा।