नसीराबाद। गत दिनों आयोजित 65वीं जिला स्तरीय कब्बडी प्रतियोगिता में धांधली का आरोप लगाते हुए बनेवडा संघर्ष समिति ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि कब्बडी प्रतियोगिता चयन समिति व संयोजक ने सरकारी स्कूल की प्रतिभाओं का चयन नहीं कर प्राईवेट स्कूल के प्रतिभागियों को चयनित कर लिया।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बांदरसिंदरी के बिर्दीचंद पब्लिक स्कूल की टीम में फर्जी तरीके से बाहरी खिलाडियों को उतारा गया तथा जीत हासिल की। हालांकि मौके पर विरोध होने से फर्जी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
इस घटनाक्रम के बाद भी आयोजकों ने फर्जी प्रतिभागियों को टीम में शामिल करने वाली निजी स्कूल को विजेता घोषित कर दिया गया। इतना ही नहीं बल्कि उक्त टीम में से केकडी में प्रस्तावित राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के लिए खिलाडी चयनित कर लिए गए। बनेवड़ा संघर्ष समिति इसी बात को लेकर विरोध जता रही है।
समिति का कहना है कि जहां पर प्रतियोगिता आयोजित की गई उस गांव बनेवडा की सरकारी स्कूल के एक भी बच्चे को नहीं लिया गया, जबकि जिस टीम को फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करते हुए बाहर निकाल दिया गया उसके 3 बच्चों का चयन हुआ है।
बनेवड़ा संघर्ष समिति ने इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी, शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री को इस बारे में शिकायत करने तथा कार्रवाई ना होने पर आंदोलन करने का ऐलान किया है।
बतादें कि बनेवड़ा संघर्ष समिति के दबाव के चलते ही उक्त प्रतियोगिता को आनन-फानन में बनेवड़ा में आयोजित किया गया था। संघर्ष समिति के जितेंद्र सिंह, रामदेव बारवाल, शिवा मावता, लक्ष्मण, राजरूपेंद्र सिंह, प्रह्लाद, सांवरलाल, जालम सिंह, ओम सिंह, शेर सिंह, पन्नालाल, महेंद्र, मनोहर, देवराज, महेंद्र कटारिया, सोहनलाल नंदकिशोर, कमल आदि ने गांव की खेल प्रतिभाओं के साथ हुए सौतेले व्यवहार को लेकर गहरा रोष व्यक्त किया है।