सोनीपत। केन्द्र सरकार के पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में कुंडली बार्डर पर चल रहे धरने के 18वें दिन 72 किसानों ने एक दिन का अनशन किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किसान नेताओं के उपवास के अलावा जिला मुख्यालय पर भी किसानों ने एक दिन का धरना-प्रदर्शन किया।
आंदोलन को तेज करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने सोमवार को एक दिन का अनशन और जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन का निर्णय लिया था। कुंडली बार्डर पर हुए अनशन में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी, बलवीर सिंह सेरसा सहित मोर्चा के सदस्य कुलवंत सिंह ठीकरीवाल, दीपेंद्र गिल, हरिकशन देव ठाकुर, लखविंद्र सिंह, चरणजीत सिंह, बलदेव सिंह, सुरेंद्र सिंह, रणधीर सिंह, सुखविंद्र सिंह, गुरप्रीत सिंह, जाेगेंद्र सिंह, बलदेव सिंह और आनंदपुर साहिब से आईं महिलाएं हरजिंद्र कौर, करतार कौर, बलविंद्र कौर, सुरेंद्र कौर सहित 22 लाेग सुबह करीब 10 बजे से सवा पांच बजे तक अनशन पर बैठे रहे।
दूसरी ओर, लघु सचिवालय में भी धरना स्थल पर करीब 50 किसान सांकेतिक अनशन पर बैठे। इससे पूर्व विभिन्न संगठनों ने पंचायत भवन से लघु सचिवालय तक जुलूस निकालकर कृषि कानूनों को विरोध किया। इस दौरान किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में लघु सचिवालय पहुंचे और सरकार के खिलाफ खिलाफ नारेबाजी की। धरने के दौरान व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लघु सचिवालय के बाहर पुलिस बल तैनात रहा।
आंदोलनरत किसानों ने आज रणनीति तैयार की कि वे अपने-अपने क्षेत्र के गांवों में लघु पंचायत करेंंगे और अधिक से अधिक लोगों को कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन से जोड़ेंगे, ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके। किसानों का कहना है कि जब पंजाब से किसान एकजुट होकर कृषि कानूनों का विरोध कर सकते हैं तो उन्हें भी अपने क्षेत्र में अधिक प्रभावशाली विरोध प्रदर्शन करना चाहिए।