नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं, श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के जीवन को सुगम बनाने के लिए सरकार ने क्रांतिकारी कदम उठाए हैं जिससे वे अपनी पूरी क्षमताओं के साथ राष्ट्र निर्माण में योगदान कर सकें।
मोदी ने यहां 74वें स्वाधीनता दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यमवर्ग को यदि अवसर दिए जाएं तो वह पूरी संभावनाओं और क्षमताओं के साथ काम करता है और आश्चर्यजनक परिणाम देता है। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान श्रमिकों, किसानों, महिलाओं और युवाओं की कार्यक्षमता का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संकट के समय ने यह सिद्ध कर दिया कि प्रत्येक भारतीय राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन सुगम बनाने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा। इससे लोगों को स्थानीय स्तर पर वे सभी सुविधाएं मिल सकेंगी जिनके लिए शहर आते हैं। गांव में रोजगार के अवसर होंगे और युवाओं को अपनी क्षमता का विकास करने का पूरा अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 से पहले देश की सिर्फ पांच दर्जन पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं। बीते पांच साल में देश में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले 1000 दिन में देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा।
जीवन सुगमता पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि विकास के मामले में देश के कुछ क्षेत्र पीछे रह गए हैं। ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिले चुने गए हैं और वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को बेहतर शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें। उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल, रि- स्किल और अप -स्किल का अभियान, गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालों के जीवनस्तर में आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का संचार करेगा।
प्रधानमंत्री ने जनधन खाते की सफलता का उल्लेख किया और कहा कि कुछ वर्ष पहले तक ये सब कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि इतना सारा काम, बिना किसी लीकेज के हो जाएगा और गरीब के हाथ में सीधे पैसा पहुंच जाएगा। कोरोना महामारी के कारण अपने गांव को लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए गांव में ही रोजगार देने के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान भी शुरू किया गया है।
महिलाओं के लिए जीवन सुगमता का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि सात करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलिंडर दिए गए है। राशनकार्ड हो या न हो, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अन्न की व्यवस्था की गई है। बैंक खातों में करीब-करीब 90 हजार करोड़ रुपए सीधे दिए गए हैं।
देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए देश जोश से भरा है: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना आज कहा कि भारत की ओर आंख उठाने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा और लद्दाख में दुनिया ने इसकी झलक देखी है। देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश जोश से भरा है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ करीब तीन महीने से चली आ रही तनातनी पर उन्होंने कहा कि एलओसी से लेकर एलएसी तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है देश ने, देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है।
करीब डेढ घंटे तक चले संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। उन्होंने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए देश के वीर जवान क्या कर सकते हैं देश क्या कर सकता है लद्दाख में दुनिया ने देख लिया है। चीन के सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि देश रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौच्छावर करने वाले वीर जवानों को वह नमन करते हैं।
मोदी ने कहा कि मजबूत और सुरक्षित भारत बनाने के लिए सरकार अनेक मोर्चों पर एक विशेष सोच के साथ काम कर रही है। जब भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य बनाया गया तो उसे 192 में से 184 देशों का समर्थन मिला है यह देश की मजबूती का ही संकेत है।
पड़ोसी देशों के साथ संबंधों के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों के साथ, चाहे वो हमसे ज़मीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं।
दक्षिण एशियाई देशों के साथ निरंतर बढ रहे सहयोग और उनके साथ मिलकर काम करने की भावना प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दक्षिण एशिया में दुनिया की एक चौथाई जनसंख्या रहती है। हम सहयोग और सहभागिता से इतनी बड़ी जनसंख्या के विकास और समृद्धि की अनगिनत संभावनाएं पैदा कर सकते हैं। इस क्षेत्र के देशों के सभी नेताओं की इस विशाल जन समूह के विकास और प्रगति की ओर एक अहम जिम्मेदारी है।
मोदी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम उठाते हुए सरकार ने रक्षा क्षेत्र के 101 उत्पादों के आयात पर रोक लगा दी है और इसके जल्द ही अच्छे परिणाम सामने आयेंगे।