श्रीनगर। श्रीनगर समेत पूरी कश्मीर घाटी के सभी जिला एवं तहसील मुख्यालयों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रविवार को 75वां स्वाधीनता दिवस शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किया गया।
घाटी में मुख्य समारोह श्रीनगर के एसके अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित किया गया था जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तिरंगा झंडा फहराया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली। भारी बारिश के बीच विभिन्न समूहों की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उपराजयपाल और वहां उपस्थित अन्य लोगों ने उठाया।
हिज्बुल मुजाहिदीन के मारे गये शीर्ष कमांडर बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी (जो कि सरकारी उच्च माध्यमिक स्कूल के प्रधानाचार्य हैं) ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के त्राल में तिरंगा फहराया।
श्रीनगर में पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर कोई इंटरनेट सेवा प्रतिबंध या पाबंदी नहीं थी। आतंकवादियों के किसी भी हमले को रोकने के लिए कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास सैकड़ों सुरक्षा बल कर्मियों के अलावा शार्प शूटर और ड्रोन तैनात किए गए थे।
आतंकवादियों ने पिछले कुछ दिनों के दौरान बड़े पैमाने पर अशांति पैदा करने का असफल प्रयास किया था, जिसमें बीती रात शहर में ग्रेनेड हमला भी शामिल था जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान घायल हो गया।
सिन्हा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद सीमा सुरक्षा बल, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, जेकेएपी, जेपीके, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवा, वन रक्षकों और अन्य टुकड़ियों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली। बारिश के बावजूद परेड के बाद विभिन्न समूहों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, देशभक्ति और अन्य गीत प्रस्तुत किए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभीतक घाटी में कहीं से भी कोई अप्रिय वारदात की सूचना नहीं मिली है।