अजमेर। गोकुलधाम आश्रम के तत्वावधान में गुरुवार को आयोजित 8वें सर्वसमाज सामूहिक विवाह सम्मेलन में 14 जोडें हमसफर बने तथा सात फेरे लेकर जीवन भर एक दूसरे का साथ निभाने का वचन दिया।
सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान नयाघर गुलाबबाड़ी स्थित राधा-रानी गार्डन में नवदंपतियों को उनके परिजनों, रिश्तेदारों ने आशीर्वाद दिया। सुबह करीब 9 बजे गाजे-बाजे के साथ बारात पहुंचने तथा तोरण की रस्म के दौरान जोरदार स्वागत किया गया।
गणमान्यजनों की मौजूदगी में करीब 9.15 बजे सभी जोडों ने एक दूसरे के गले में वरमाला डाली। इसके बाद साढे दस बजे प्रख्यात पंडितों ने पाणिग्रहण संस्कार कराया। अग्निीकुंड के समक्ष वर और वधु ने सात फेरे लिए। दोपहर 2.30 बजे वर-वधु की विदाई दी गई।
विवाह के लिए अजमेर के तथा अजमेर के आसपास के क्षेत्रों तथा अहमदाबाद, मारवाड़ से भी जोडें आए। कोरोना गाइड लाइन का ध्यान रखते हुए आयोजन हुआ तथा मास्क व सेनेटाइजर की सुविधा आयाजकों की ओर से उपलब्ध कराई गई।
नवदम्पतियों में वधु को सोने का लौंग, चांदी की पायजेब, अलमारी के अलावा घर-गृहस्थी के उपयोग में आने वाले बर्तन व अन्य सामान बतौर उपहार प्रदान किए गए। गोकुलधाम आश्रम के तत्वावधान में होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलन में अब तक 100 वर-वधु दाम्पत्य जीवन में बंध चुके हैं।
गोकुलधाम आश्रम के महाराज वीरभद्र सिहं ने सर्व समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन में आए सभी वर-वधु, उनके परिजनों व अतिथियों को आशीर्वाद दिया तथा सफल आयोजन के लिए सभी सहयोगियों का आभार जाताया।
इस अवसर पर गोकुल धाम आश्रम के कार्यकर्ता भंवरलाल सांखला, धनश्याम बनिष्ठीया, अशोक यादव, हेमेन्द्र सिगोदिया, प्रदीप कच्छावा, गोपीकिशन जादम, श्यामलाल तंवर, मंजू सैनी, यशोदा नंदन चौहान, कन्हैया लाल चौहान, नरेन्द्र गोयल पुष्कर, अशोक टांक, जव्वर, नारायण, उतम तंवर, रामलाल भाटी, अशोक टाकं, सत्यनारायण महावर, शेखर महावर, खेमचंद, शिवदयाल सोहन तूनवाल आदि ने सेवा दी।