नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय की प्रतिष्ठित रक्षा प्रदर्शनी -2022 में करीब 60 देशों की 900 से भी अधिक कंपनी हिस्सा लेंगी और इसमें 50 से भी अधिक देशों के रक्षा मंत्री तथा सेनाओं के प्रमुख शामिल होंगे।
वर्ष 1996 में शुरू हुई रक्षा प्रदर्शनी का यह 12वां संस्करण है और इस बार यह गुजरात के गांधीनगर में 10 से 13 मार्च तक आयोजित की जाएगी। पिछली बार इसका आयोजन लखनऊ में किया गया था।
प्रदर्शनी का आयोजन करने वाले रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग ने बुधवार को बताया कि एक लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में आयोजित की जाने वाली प्रदर्शनी के 11 मार्च को होने वाले उद्घाटन समारोह में देश के शीर्ष नेतृत्व के भी पहुंचने की संभावना है हालाकि उन्होंने अभी इनके नाम का खुलासा नहीं किया है।
प्रदर्शनी 10 मार्च से शुरू हो जाएगी लेकिन इसका उद्घाटन समारोह 11 मार्च को होगा। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव काल में आयोजित किए जाने के मद्देनजर इस प्रदर्शनी का बहुत अधिक महत्व है।
प्रदर्शनी में 55 देशों की 900 से अधिक कंपनियों ने हिस्सा लेने की पुष्टि की है और इस संख्या के और बढने की संभावना है। इनमें से 800 विदेशों की तथा 100 भारतीय कंपनी हैं। भारतीय कंपनियों में सबसे बड़ी हिस्सेदारी गुजरात से 63 कंपनियों की होगी।
पिछले वर्ष की भांति इस बार भी प्रदर्शनी में भारत-अफ्रीका संवाद का आयोजन किया जाएगा और 27 अफ्रीकी देशों ने इसके लिए आने की पुष्टि भी कर दी है। प्रदर्शनी में बंधन कार्यक्रम के दौरान करीब दो सौ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
भारतीय स्टार्टअप कंपनी द्वारा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली के सहयोग से एक हजार स्वदेशी ड्राेन का शो प्रदर्शनी का सबसे प्रमुख आकर्षण होगा। इसके अलावा साबरमती नदी के किनारे नौसेना की मारक क्षमता का भी प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शनी में इंडिया पवेलियन भी होगा जिसका थीम ‘पाथ टू प्राइड’ रक्षा गया है।