सबगुरु न्यूज-सिरोही। जावाल की महिला और उसके 12 वर्षीय पुत्र की हत्या के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को जावाल में लोगों ने प्रदर्शन किया। पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश ने मौके पर पहुंचकर समझाइश कर अपनी ओर से की गई कार्रवाई के बारे में एकत्रित लोगों को बताया।
इधर, सोशल मीडिया पर एक मृतका के परिजनों के हवाले से भी एक संदेश प्रसारित हुआ, जिसमें इस प्रकरण को लव जेहाद से नहीं जोडने की अपील की गई। इधर, गिरफ्तार आरोपियों का पांच दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है। जिला कलक्टर के दिल्ली में काॅन्फ्रेंस में गए होने के कारण कानून-व्यवस्था संबंधित कुछ निर्णयों को लेेकर कुछ समस्या तो आई, लेकिन प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने इसे शांतिपूर्ण तरीके से निपटा लिया।
महिला व उसके पुत्र की हत्या की बात सामने आने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद भी बुधवार से ही सोशल मीडिया पर जावाल एकत्रित होने का संदेश प्रसारित होने लगा। सवेरे से ही सत्ताधारी दल के नेताओं और हिन्दुवादी संगठनों के लोग जावाल पहुंुच गए। उन लोगों ने इस मामले को लेकर आक्रोश जताया और रास्ता जाम कर दिया। सभी लोग पुलिस अधीक्षक को मौके पर आने की बात कहने लगे।
स्थिति को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश जावाल पहुंचे। वहां उन्होंने धरने पर बैठे लोगों को पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई के बारे में सबको बताया। उन्होंने उपस्थित लोगों से इस प्रकरण को केस आॅफिसर स्कीम में डलवाने और प्रकरण में पुलिस की ओर किए गए अनुसंधान की जानकारी दी है।
पुलिस अधीक्षक ने सब लोगों से कहा कि वह अब अपनी तरफ से इस मामले की सुनवाई तेजी से होने का प्रयास करने को कहा। उन्होंने किराए पर रखे जाने पर लोगों के पुलिस वेरीफिकेशन नहीं करवाए जाने की बात भी धरने पर बैठे लोगों से की। ग्रामीणों ने इस प्रकरण में अपना ज्ञापन पुलिस अधीक्षक को दिया इसके बाद धरना उठ गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर जवाहर चैधरी, एएसपी पन्नालाल मीणा, सिरोही डीएसपी समेत भारी पुलिस बल वहां पहले ही पहुंच चुका था। धरने को भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित, भाजपा नेता तुलसीराम पुरोहित आदि ने नेतृत्व किया। वहीं हिन्दुवादी संगठनों के इंद्रजीत राजगुरु, राकेश राजगुरु आदि भी शामिल थे।
-बनी तनाव की स्थिति
भाजपा के नेताओं के नेतृत्व में लोगों ने जावाल का चैराहा जाम कर दिया। मौके की नजाकत को भांपते हुए जावाल में भारी पुलिस लवाजमा भेज दिया गया था। इधर, जावाल की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए थे। इन मार्गों पर पुलिस को तैनात करके सभी वाहनों को सिरोही के गोयली चैराहा, कालन्द्री व बरलूट से आगे नहीं बढने दिया गया।
जावाल में आरएसी भी तैनात कर दी गई। पुलिस अधीक्षक ने पहुंचते ही सबसे पहले रास्ता खुलवाया। इस दौरान पुलिस और लोगों में बहस भी हुई और तनाव की स्थिति भी बनी, लेकिन पुलिस ने बिना लट्ठ भांजे रास्ता खुलवा लिया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने सबसे चर्चा की।
-महिला के शव की करवायेंगे शिनाख्तगी
आरोपियों ने विमला और उसके बेटे आकाश की हत्या 21 दिसम्बर को ही कर दी थी। विमला के शव को उन्होंने बनासकांठा जिले के थराड थाना क्षेत्र में नहर में डाल दिया था, लेकिन पत्थर से अटकने से तीन दिन बाद शव थराड पुलिस के हाथ लग गया।
शरीर पर चोटों के निशान देखते हुए वहां की पुलिस ने इस मामले को हत्या का मानते हुए शिनाख्त का प्रयास किया, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई। हत्या का मामले की आशंका के चलते हुए पुलिस ने महिला के शव को जलाने की बजाय उसे दफना दिया, जिससे मामला खुलने पर उसकी वास्तविक शिनाख्तगी हो सके। वहीं आकाश का शव उदयपुर के मांडवा जिले की पुलिस को मिल गया था।
दो तीन दिन शिनाख्तगी का प्रयास करने के बाद शव के सडने और संक्रमण फैलने की आशंका के चलते पुलिस ने उसके शव का दाह संस्कार कर दिया। अब सिरोही पुलिस महिला का शव खुदाई करवाकर निकलवाएगी और शिनाख्तगी करेगी। वहीं आकाश के शव के अवशेष भी मांडवा पुलिस से प्राप्त करेगी। हत्या के पीछे अभी भी पैसों को लेकर विवाद ही प्रमुख कारण बताया जा रहा है।
-उन्माद फैलाने पर हो सकती हैं गिरफ्तारियां
सूत्रों के अनुसार इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी अन्य रूप देकर उन्माद फैलाने को लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन अब सख्त हो गया है। सूत्रों के अनुसार पूरे प्रकरण की जानकारी गृहमंत्री, प्रभारी मंत्री और पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों को दे दी गई है।
सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार से हरी झंडी मिलने पर पुलिस गुरुवार को जावाल में हुए धरने के बाद इस मामले को अन्य रूप देते हुए जिले में उन्माद फैलाने वालों की शुक्रवार से गिरफ्तारियां भी कर सकती है। इसे लेकर सोमवार को भी पुलिस ने सोशल मीडिया पर तलवारें आदि एकत्रित करने का संदेश देने वाले एक युवक को ट्रेस कर लिया था, लेकिन हाथ लारी वाला होने से उसकी आर्थिक व पारिवारिक पृष्ठभूमि बहुत अच्छी नहीं होने के कारण सदाशयता बरतते हुए उसे गिरफ्तार नहीं किया। वहीं कुछ लोगों को पुलिस ने सर्विलेंस पर रखा है।